Budget ke ki baat : चाय सुट्टा बार के सीईओ अनुभव दुबे ( Anubhav Dubey, CEO of Chai Sutta Bar ) मात्र 19 साल की उम्र में दोस्तों के साथ पार्टी करके समय बर्बाद करने के बजाय अपने काम पर फोकस किया. और महज कुछ सालों में ही उन्होंने 100 करोड़ की अपनी खुद की कंपनी ( own company ) खड़ी कर दी आज वह जिस मुकाम पर हैं.
यहां पहुंचना हर नौजवान का सपना है लेकिन इस मुकाम तक पहुंचना आसान भी नहीं है. अब जब 2030 का बजट आने वाला है उसे लेकर अनुभव दुबे ने चैनल को एक साक्षात्कार में सरकार से क्या उम्मीदें हैं इस पर बात की है
बजट को लेकर f&b सेक्टर की बजट एक्सपेक्टेशन हमेशा से बहुत ज्यादा रहती है. संभावना जताई जा रही है कि 1 फरवरी को नया बजट आने वाला है. इस बीच चाय सुट्टा बार किसी को अभिनव दुबे ने एक निजी चैनल के इंटरव्यू के दौरान अपनी प्रतिक्रिया दी है.उन्होंने कहा कि आने वाले बजट से किस तरह की उम्मीदें हैं उन्होंने साझा किया है.
निजी चैनल से बात करते हुए चाय सुट्टा बार के सीईओ अभिनव दुबे ने कहा कि इस बार बजट से तुम मुझे बहुत उम्मीद है और इसे मैंने लिखकर भी रखा है. gst एक पेनफुल पॉइंट है. 0-5 लाख से शुरू हो जाता है 5, 12 ,18 और 28 प्रतिशत जीएसटी देनी होती है. सरकार को इस सिंगल कर देनी चाहिए इससे समझने में भी आसानी होती है और फूड सेक्टर पर बहुत ( A lot on the food sector ) जरूरी है. जीएसटी जमा करने में देरी होने पर 18% का ब्याज लगता है उसे खत्म भले ही नहीं किया जा सकता लेकिन खींचतान कर उसे 12 परसेंट तक लाना चाहिए. Budget ki baat
इनकम टैक्स स्लैब का जो बेसिक एग्जमसन है जो अभी 2.5 लाख है उसे बढ़ाकर 500000 करना चाहिए अभी के लिए फिलहाल कोविड-19 लोगों को ऊपर उठने में समय लगेगा लोगों को दिक्कत हो रही है यदि ढाई लाख के स्लैप को बढ़ा दे तो बेहतर होगा. हम फ्रेंचाइजी बांटने वाले हैं ऐसे में बिना एम्पलाई वाले लोगों को लोन के लिए इंटरेस्ट ना हो जिससे व्यवसाय के लिए उसकी हिम्मत बढ़े. ऐसे में वह व्यवसाय करके इकॉनमी बढ़ने में ( The economy is growing ) मदद करेगा. इंटरेस्ट फ्री लोन बहुत ही महत्वपूर्ण चीज है.कोरोना के समय f&b इंडस्ट्री को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. उस समय सब कुछ बंद था लेकिन किराया देना पड़ रहा था. इसमें सरकार ने कोई मदद नहीं की.
उन्होंने कहा कि आगे आने वाले समय के लिए हम बहुत सारी चीजें स्टाक पर रखते हैं. लॉकडाउन लगा तो सारी चीजें खराब हो गई नुकसान उठाना पड़ा. Return on investment का हम लोग कमेंट करते हैं कि जो लोग हमारी फ्रेंचाइजी लेते हैं उनसे हम कहते हैं कि साल में इतना पैसा बन जाएगा पैसा तो बनना क्या इन्फ्लेशन इतना ज्यादा था कि आर ओ आई जीरो नहीं तो नेगेटिव तुम पकड़ ही लीजिए. उस दौरान f&b का तो बुरा हाल था. इसकी कोई दौरा ही नहीं यह तो सबको मालूम है. हालांकि अब मार्केट ने बाउंस बैक किया है.उन्होंने कहा कि पहले हमने ₹7 से चाय बेचना शुरू किया था अब ₹15 में बेच रहे हैं. Budget ki baat
चाय सुट्टा बार के सीईओ ने कहा कि हम लोग फ्रेंचाइजी बेचते हैं तो सब जगह एक अन ड्रेस सा रहता है. फिर चाहे यूक्रेन हो या यूक्रेन रसिया या फिर पाकिस्तान का फाइनेंसियल क्राइसिस, चाइना का हेल्थ क्राइसिस लेकिन इन सब के मुकाबले इंडिया की स्थिति बेहतर है.ग्लोबल इकोनामी अनस्टेबल है. ऐसे में लोगों को लगता है कि नया बिजनेस करना क्या सही रहेगा. उन्होंने कहा कि हालांकि हम लोग अपना बेस्ट दे रहे हैं कॉस्ट कटिंग करके दे रहे हैं. सस्ते से सस्ता इन्वेस्टमेंट और ज्यादा return on investment मैं ही काम करना पड़ेगा चाहे वह दुनिया का कोई भी धंधा हो,अगर वह यही दो चीजों को पकड़कर चलेगा तो मुझे लगता है कि उसकी नैया पार हो जाएगी. Budget ki baat