हरियाणा के पलवल में दो माह पुराने अंधी हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. उस कत्ल की वारदात मृतक की पत्नी ने उसके भांजे के साथ मिलकर अंजाम दिया था. सीआईए पुलिस ने दो महीने पहले होड़ल जिले में 29 वर्षीय व्यक्ति की हत्या के मामले में मामा और उसके भतीजे को गिरफ्तार किया है. हत्या का कारण प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि मामले के दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
सीआईए प्रभारी जंगशेर सिंह ने बताया कि गांव बेढ़ापट्टी निवासी महेश ने 9 अक्टूबर को होड़ल थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी कि 8 अक्टूबर को उसका छोटा भाई ताराचन्द प्रतिदिन की तरह शहर में स्थित नर्सिंग होम में ड्यूटी पर गया था. देर शाम तक जब वह घर नहीं पहुंचा, तो उन्होंने उसकी तलाश शुरू कर दी. जिसके बाद हसनपुर रोड पर महेश को उसके भाई की मोटर साईकिल दिखाई दी. जब उसने पास जाकर देखा, तो वहां बाइक के पास उसका भाई ताराचंद अचेत अवस्था में पडा था. जिसकी पीठ, मुंह और नाक से खून बह रहा था. ताराचंद को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया. जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
मृतक के भाई ने पुलिस को बताया कि उसके भाई की गोली मारकर हत्या की गई है। आरोपों के आधार पर होडल थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. 30 नवंबर को जब पुलिस ने शिकायतकर्ता महेश को जांच के लिए बुलाया तो उसे अपने भांजे कृष्णकुमार और मृतक ताराचंद की पत्नी अर्चना पर ताराचंद की हत्या का शक जाहिर किया । जिसके आधार पर सीआईए पुलिस ने कृष्णकुमार को हसनपुर चौक से हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की. पूछताछ में आरोपी कृष्ण कुमार टूट गया और अब ना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसका अपनी मामा अर्चना के साथ अवैध संबंध हैं. जिसका पता उसके मामा ताराचंद को लगा। उसकी मामी अर्चना ने उसे 16 हजार रुपये में एक देशी कट्टा खरीदने और मामा ताराचंद को गोली मारने के लिए कहा।
जिसके बाद आरोपी ने 8 अक्टूबर की रात को किसी काम से अपने मामा ताराचंद को हसनपुर चौक पर बुलाया और उसके साथ ही बाइक पर बैठकर चल दिया. वहीं मौका पाकर रास्ते में अवैध देसी कट्टे से मामा ताराचंद को गोली मारकर हत्या कर दी और वहां से भागकर घर चला गया। पुलिस ने बताया कि मामले में आरोपी भांजे कृष्ण कुमार और आरोपी मामी अर्चना को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों आरोपियों को अदालत में पेश करके गहन पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा और रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों से वारदात में प्रयोग किए गए अवैध देसी कट्टे को भी बरामद किया जाएगा।