रेलवे विभाग को रेलवे स्टेशनों का नाम बदलने का अधिकार नहीं होता। कभी इलाहाबाद जंक्शन प्रयागराज जंक्शन में तब्दील हो जाता है कभी मडुहाडीह स्टेशन बनारस स्टेशन बन जाता है लेकिन नाम बदलने का फैसला इंडियन रेलवे नहीं करता है और ना ही किसकी अनुमति देता है बल्कि रेलवे विभाग का का नाम बदलने के बाद शुरू होता है भारतीय रेल और उसकी पूरी संपत्तियां केंद्र सरकार के अधीन आती है बावजूद इसके नाम बदलने का पूरा अधिकार राज्य सरकारो पर होता है। किस स्टेशन का नाम बदलकर क्या रखना है यह फैसला राज्य सरकार करती है फिर उसे अनुमति के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास भेजा जाता है हां गृह मंत्रालय में भेजने से पहले रेल मंत्रालय से सहमति जरूर ली जाती है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि प्रस्तावित नाम से कोई और रेलवे स्टेशन अस्तित्व में नहीं है। रेल मिनिस्ट्री की राय मिलने के बाद गृह मंत्रालय अपनी तय प्रक्रिया के बाद राज्य सरकार को नाम बदलने की अनुमति दे देता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले दिनो भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया. इस स्टेशन का नाम पहले हबीबगंज रेलवे स्टेशन था लेकिन अब इसका नाम बदलकर रानी कमलपति स्टेशन कर दिया गया है। यह पहली बार नहीं है जब मोदी के नेतृत्व में रेलवे स्टेशन का नाम बदला गया है। मोदी सरकार के दौरान रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने की प्रथा शुरू हो गई है, लेकिन इससे पहले भी कई रेलवे स्टेशनों के नाम विशेष प्रतीकों या चिह्नों के बाद बदल दिए गए हैं। मोदी सरकार के कार्यकाल में अब तक 26 रेलवे स्टेशनों के नाम बदले जा चुके हैं. इस सबके बीच सबसे खास बात यह है कि बदले गए सभी रेलवे स्टेशनों के नाम हिंदू धर्म से जुड़े नाम पर रखे गए हैं।
मोदी सरकार के दौरान जिन 10 प्रमुख रेलवे स्टेशनों का नाम बदला गया, उनकी बात करें तो उत्तर प्रदेश में केवल 5 रेलवे स्टेशनों का नाम बदला गया है। उत्तर प्रदेश के फैजाबाद रेलवे स्टेशन का नाम बदल दिया गया है। अब इसका नाम बदलकर अयोध्या कैंट कर दिया गया है। वहीं, मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन कर दिया गया है। इलाहाबाद जंक्शन का नाम बदलकर प्रयागराज जंक्शन कर दिया गया है। दूसरी ओर, मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बनारस रेलवे स्टेशन कर दिया गया है। साथ ही दांडुपुर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर मां वरही देवी धाम रेलवे स्टेशन कर दिया गया है।
कर्नाटक में बैंगलोर सिटी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर क्रांतिबीर में संगोली रायन्ना रेलवे स्टेशन कर दिया गया है। साथ ही, गुलबर्गा रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर कलबुर्गी रेलवे स्टेशन कर दिया गया है। मध्य प्रदेश के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन कर दिया गया। महाराष्ट्र के ओशिवारा रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर राम मंदिर रेलवे स्टेशन कर दिया गया है। एलफिंस्टन रोड रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर प्रभा देवी रेलवे स्टेशन भी कर दिया गया है। खास बात यह है कि सभी नाम हिंदू रंगों में रंगे हुए हैं।