Singrauli corruption news : उपयंत्री को हटाने एवं कड़ी कार्रवाई के लिए पहली दफा सरपंच व जनपद सदस्यों ने खोला मोर्चा, मामला चितरंगी जनपद पंचायत क्षेत्र का
Singrauli corruption news : सिंगरौली 16 जनवरी। राकेश ट्रेडर्स के नाम से लाखों रूपये भुगतान कराये जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जनपद पंचायत सीईओ चितरंगी ने भी उपयंत्री के इस करामात से तंग होकर जिला पंचायत सीईओ को पत्र लिखते हुए तत्काल हटाये जाने के लिए प्रतिवेदन प्रस्तुत किया है। वहीं संभवत: चितरंगी जनपद का इकलौता उपयंत्री चंदन सिंह है जिनके विरूद्ध जनपद के सामान्य सभा में निंदा प्रस्ताव पारित किया है।
गौरतलब हो कि जनपद पंचायत चितरंगी के चर्चित उपयंत्री चंदन सिंह के खिलाफ पहली दफा सरपंचों ने मोर्चा खोला है। उपयंत्री पर ग्राम पंचायत कुड़ैनिया द्वितीय, सूदा, कपूरदेई, बसनिया, दुधमनिया, दार सहित अन्य सरपंचों ने संगीन आरोप लगाते हुए जनपद पंचायत चितरंगी अध्यक्ष को पत्र लिख तत्काल हटाये जाने की मांग की है। सरपंचों ने उपयंत्री चंदन सिंह पर निर्माण कार्यों में जबरन कार्य को स्वत: कराये जाने, निर्माण कार्य में पूरी तरह से दखल देने, अपने भाई के माध्यम से कार्य की मानीटरिंग व देख-रेख कराने ऐसा न करने पर कार्यों के मूल्यांकन न कर धमकी देने जैसे सनसनीखेज आरोप लगाते हुए शीघ्र कार्रवाई किये जाने की मांग करने लगे हैं। Singrauli corruption news
ग्राम पंचायत दुधमनिया के सरपंच ने उपयंत्री के खिलाफ आवेदन पत्र दिया है। जिसमें संगीन आरोप लगाया है। आरोप है कि उपयंत्री द्वारा अमृत सरोवर का कार्य विभागीय एएस होने के कारण अपना कार्य बताकर भुगतान हड़पा जा रहा है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सिंगरौली को गुमराह करते हुए उनके स्थानांतरण के समय सरपंच, सचिव को पत्र जारी कर 15 वें वित्त की राशि राकेश ट्रेडर्स के खाते में भुगतान कराने के लिए दबाव बनाया। जबकि राकेश टे्रडर्स को कोई जानता भी नहीं है। Singrauli corruption news
बता दें कि मनरेगा की मजदूरी राशि तकरीबन 8 लाख रूपये भुगतान किया गया है। शेष उपयंत्री के अडिय़ल पूर्ण रवैये के कारण तकरीबन 3 लाख 20 हजार रूपये एवं सामग्री का 2 लाख 30 हजार रूपये भुगतान नहीं कराया जा रहा है। जिस कारण से ग्राम पंचायत का कामकाज प्रभावित हो रहा है। सरपंच का यह भी आरोप है कि जो विभागीय कार्य रहते हैं उस पर उपयंत्री अपना पूरा हक जमाता है और कार्य में मशीनरी का उपयोग किया जा रहा है। साथ ही उपयंत्री ने अपने सगे भाई और एक गुर्गे को भी तैयार कर रखा है। जहां वह वसूली करता रहता है। इसके अलावा अन्य कई आरोप लगाया है। वहीं ग्राम पंचायत दार के सरपंच ने कूपों के टीएस एवं हितग्राहीमूलक कार्यों में 5-5 हजार रूपये कमीशन लेने के बाद ही कलम आगे बढ़ती है। Singrauli corruption news
ग्राम पंचायत सूदा के सरपंच ने उपयंत्री पर 10 प्रतिशत एडवांस कमीशन वसूले जाने का भी आरोप लगाते हुए ऐसे उपयंत्री के विरूद्ध तत्काल कार्रवाई किये जाने की मांग की है। फिलहाल जनपद पंचायत चितरंगी में मची भर्रेशाही व उपयंत्रियों के कमीशनखोरी का धीरे-धीरे पर्दाफास होने लगा है। यह तो एक उपयंत्री के काली करतूते सामने आयी हैं। चंदन सिंह की तरह जैसे वसूलीबाज तथाकथित और उपयंत्री हैं जिनका धीरे-धीरे काला चिठ्ठा भी उगाजर होने की संभावना बढ़ती जा रही है। Singrauli corruption news
उपयंत्री के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित
चितरंगी जनपद का शायद इकलौता आरईएस में पदस्थ उपयंत्री चंदन सिंह हैं। जिनके खिलाफ 3 जनवरी को जनपद की सामान्य सभा में निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है। जनपद पंचायत सीईओ ने उपयंत्री के खिलाफ पारित निंदा प्रस्ताव का प्रतिवेदन सीईओ जिला पंचायत के यहां 12 जनवरी को ही प्रस्तुत कर दिया है। जनपद सीईओ ने उपयंत्री के खिलाफ सरपंचों से मिली शिकायतों को आधार मानते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखा है। साथ ही यह माना है कि उपयंत्री शासकीय कार्य में रूचि नहीं लिया जा रहा है और पंचायतों का कामकाज उपयंत्री के बदौलत ही प्रभावित है। ऐसे उपयंत्री के विरूद्ध तत्काल कार्रवाई किया जाना आवश्यक है। Singrauli corruption news
पहली दफा सरपंचों ने उठायी आवाज
जनपद पंचायत चितरंगी में किसी उपयंत्री के खिलाफ एक साथ लामबंद होकर कार्रवाई किये जाने की मांग पहली बार हो रही है। इस तरह सरपंच, जनपद सदस्य, जनपद अध्यक्ष कभी भी लामबंद नहीं हुए थे। चर्चा है कि उपयंत्री ने भ्रष्ट्राचार की सारी सीमाओं को लांघ गया है। जिस वजह से त्रस्त सरपंचों ने उपयंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।