विंध्य न्यूज़ (पूरा सच,बेहिचक)
भोपाल — मध्य प्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभागों के बटबारे को लेकर एक बार फिर पेंच फंस गया है। बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान के बीच विभाग बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाई है ! जिसके बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान को दिल्ली हाईकमान ने तलब किया है. अब सवाल ये उठा कि क्या शिव को फिर से बिष पीने के लिए दिल्ली बुलाया है ? बता दे की मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अचानक दिल्ली रवाना हो गए हैं। सूत्रों की माने तो मंत्रियों को विभागों का बंटवारा न हो पाने को लेकर ही उन्हें केंद्रीय नेतृत्व ने दिल्ली तलब किया गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक पूर्व विधायकों को मंत्री बनाने के कारण बीजेपी के कद्दावरों को इग्नोर करना अब विवादित होता जा रहा है।
शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार के बाद से ही बीजेपी में अंतः कलह शुरू हो गई है. कई नेता इशारों इशारों में तो कई नेता पार्टी के खिलाफ खुलकर बोल रहे हैं. वहीं नेताओं के समर्थक अपने नेता को मंत्री बनाने के लिए आत्मदाह करने के साथ सड़कों पर उतर आए हैं.सूत्रों की माने तो मामला फिर से लंबा न खिंचे और मीडिया में बवाल खड़ा न हो, इसके लिए दिल्ली ने सीएम शिवराज को तलब कर लिया है। याद दिला दें कि मंत्रिमंडल विस्तार से ठीक पहले सब कुछ फाइनल हो जाने पर मीडिया के सबाल पर मध्य प्रदेश मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि मंथन के बाद तो अमृत ही निकलता है। क्यों कि बिष तो शिव ही पी जाता है। अत: कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं दिल्ली में शिव को दुबारा बिष पिलाने की तैयारी तो नहीं हो रही है?
सिंधिया समर्थको को मंत्रीमंडल में जगह दिए जाने के कारण हाशिये पर गए बीजेपी के कद्दावर नेताओं ने मुख्यमंत्री शिवराज को इशारे में ये बता दिया है कि वे बहुत दिन खामोश नहीं बैठेंगे। इसलिए शिवराज अपने दिल्ली दौरे के दौरान इस मुद्दे पर भी पार्टी नेताओं को अवगत करा दें। शिवराज व सिंधिया मंत्रियों के बीच विभाग के बंटवारे को लेकर भी शह और मात का खेल शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक लिस्ट भेजी है, जिसमें उनके समर्थक मंत्रियों के नाम केे आगे विभागों के नाम लिखे हुए हैं। लेकिन CM शिवराज इस लिस्ट से सहमत नहीं हैं वह फेरबदल कर विभागों का वितरण अपने हिसाब से करना चाहते हैं। संभवतः इसीलिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री अचानक दिल्ली रवाना होना पड़ा।
4 Comments
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