Success Story : नयी दिल्ली: कहते हैं कि मन में सच्ची लगन हो और कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो हर मुश्किल काम आसान हो जाता है कुछ ऐसा ही कर दिखाया दो नौजवानों ने और महज 9 सालों में ही 99 हजार करोड़ की कंपनी खड़ी कर दी।पेटीएम के बारे में बहुत से लोग जानते हैं .लेकिन क्या आप फोनपे और इसके संस्थापकों की सफलता की कहानी के बारे में जानते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि 99,000 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन वाली इस कंपनी की शुरुआत फ्लिपकार्ट (Flipkart )के 3 पूर्व कर्मचारियों ने की थी.
पेटीएम और फोनपे देश के पहले यूपीआई पेमेंट प्लेटफॉर्म (UPI payment pletform)हैं. .2015 में समीर निगम, राहुल चारी और बर्गिन इंजीनियर ने PhonePe की नींव रखी. फोनपे मोबाइल रिचार्ज ( phone pay mobile)से लेकर लगभग हर प्रकार के भुगतान समाधान प्रदान करता है.
Success Story : फोन पे ( phone pay)की स्थापना से पहले समीर निगम फ्लिपकार्ट ( Flipkart) में इंजीनियरिंग विभाग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट थे.निगम शॉपजिला नाम की कंपनी में प्रोडक्ट डायरेक्टर भी रह चुके हैं. उन्होंने माइम360 (Mime360) नाम की कंपनी में भी काम किया है. 2011 में इस कंपनी का फ्लिपकार्ट ( Flipkart)ने अधिग्रहण कर लिया था. इस अधिग्रहण के बाद ही कंपनी फ्लिपकार्ट में आ गई. समीर ने व्हार्टन स्कूल से एमबीए(MBA) किया है
साथ ही उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना (University of Arizona)से कंप्यूटर साइंस (Computer since)में मास्टर डिग्री हासिल की है.
राहुल चारी
फोनपे (Phone pay)के सह-संस्थापक राहुल चारी हैं.वह वर्तमान में PhonePe के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी हैं.दो दशकों से अधिक का अनुभव रखने वाले चारी ने फोनपे को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. (Phone pay)फोनपे के लॉन्च से पहले चारी फ्लिपकार्ट (Flipkart )में भी काम करते थे.चारी फ्लिपकार्ट में इंजीनियरिंग के उपाध्यक्ष थे.
फ्लिपकार्ट (Flipkart )से पहले चारी माइम360 में काम करते थे.फ्लिपकार्ट(Flipkart) द्वारा इस कंपनी के अधिग्रहण के साथ ही वे फ्लिपकार्ट (Flipkart)में भी आ गए. चारी सिस्को सिस्टम्स में भी काम कर चुके हैं.बंबई यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले चारी ने अमेरिका के परड्यू यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री हासिल की है.
PhonePe डिजिटल ऋण देने में कदम उठाएगा
फोनपे के सीईओ समीर निगम का कहना है कि कंपनी ने डिजिटल लेंडिंग के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है.इस क्षेत्र में कंपनी विजय शेखर शर्मा की पेटीएम को टक्कर देगी.कंपनी जल्द ही एनबीएफसी लाइसेंस के लिए आवेदन करेगी।
99,000 करोड़ का मूल्यांकन
PhonePe को इस साल 350 मिलियन डॉलर की फंडिंग मिली है.इस फंडिंग राउंड में कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, माइक्रोसॉफ्ट, टेनसेंट और टाइगर ग्लोबल ने हिस्सा लिया और PhonePe का वैल्यूएशन 99,000 करोड़ रुपये मानकर फंड दिया.कंपनी के सीईओ समीर निगम का कहना है .कि जब कंपनी प्रॉफिट में होगी, तभी वे इसके आईपीओ पर विचार करेंगे.