भोपाल – लोकसभा चुनाव के पहले हवाला कांड में प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व उनके करीबियों का नाम आने के बाद जुबानी जंग के साथ आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड की रिपोर्ट में पूर्व मुख्यमंत्री वह उनके करीबियों सहित कारपोरेट व ब्यूरोक्रेट के नाम सामने आने के बाद शनिवार को कांग्रेस की दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने पलटवार किया है । राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सीबीडीटी की रिपोर्ट में जिन अफसरों के नाम है वह ई टेंडरिंग घोटाले की जांच कर रहे थे । शिवराज सरकार के तीसरे कार्यकाल में की तीसरे कार्यकाल में एक हजार करोड़ का घोटाला हुआ है । जिसने यह घोटाला पकड़ा हुए सीएम के प्रमुख सचिव हैं यदि 5 साल कांग्रेस को समय मिलता तो शिवराज सरकार के कई मंत्रियों के खिलाफ कार्यवाही होती इससे बचने के लिए भाजपा ने कमलनाथ सरकार को गिराई थी।
हवाला कांड मामले में कांग्रेश की होती किरकिरी होती है राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह विधायक जीतू पटवारी अरुण यादव की मौजूदगी में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर अपनी सफाई दी और बीजेपी पर पलटवार भी किया पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जो जांच करानी है करा ले। कांग्रेस का कार्यकर्ता करने वाला नहीं है। हम जमीन से अदालत तक लड़ाई लड़ेंगे । इस दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि जानबूझकर लिस्ट लिखी गई है इसकी जांच होनी चाहिए । पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मीडिया को 5- 5 करोड़ रुपए बैंक खाते से ट्रांसफर किए जाने के दस्तावेज सबूत भी दिए हैं।
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाया है उन्होंने कहा कि ईटेंडरिंग घोटाला,व्यापम घोटाला,पेंशन घोटाला सिहस्थ घोटाला जैसे 15 साल में कई मामले प्रकाश में आने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ईओडब्ल्यू और एसआईटी को जांच करने के निर्देश दिए थे । जिसके कारण शिवराज सरकार डरी हुई थी। एक बयान में शिवराज सिंह चौहान ने खुद कहा था कि यदि कांग्रेस सरकार नहीं गिराते तो वे बर्बाद हो जाते।
अनोखी मामला : मां और बेटी एक साथ बनीं दुल्हन,एक ही मंडप पर लिए सात फेरे
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सबसे नजदीकी अवसर नीरज वशिष्ठ पैसों का लेनदेन का लेखा जोखा रखते हैं 2013 में आयकर के छापामार कार्यवाही में जब दुवे कंप्यूटर की जांच में जानकारी सामने आई थी। बार और 29 नवंबर 2013 को नीरज वशिष्ठ ने गुजरात के मुख्यमंत्री को 5-5 करोड़ रुपए दिए थे । कार्रवाई के दौरान जप्त डायरी और कंप्यूटर मैं यह एंट्री आयकर विभाग को मिली थी । इस जानकारी के आधार पर नीरज वशिष्ठ के खिलाफ भी एफ आई आर दर्ज होनी चाहिए उन्होंने कहा कि नीरज वशिष्ठ प्रथम श्रेणी के अवसर हैं मुख्यमंत्री शिवराज ने तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ से कहकर नियमों के खिलाफ वशिष्ठ की पोस्टिंग कराई थी।
‘नाबालिग प्रेम’ मां बनी 13 वर्षीय किशोरी, नाबालिग मां बाप की बालिक होने पर की जाएगी शादी
7 Comments
Some times its a pain in the ass to read what blog owners wrote but this site is really user friendly! .
You are my intake, I have few web logs and sometimes run out from to post .
I have been surfing online more than 3 hours today, yet I never found any interesting article like yours. It is pretty worth enough for me. In my opinion, if all webmasters and bloggers made good content as you did, the internet will be a lot more useful than ever before.
You could definitely see your enthusiasm in the work you write. The arena hopes for even more passionate writers such as you who aren’t afraid to mention how they believe. Always follow your heart. “The only way most people recognize their limits is by trespassing on them.” by Tom Morris.
Unquestionably imagine that that you said. Your favorite justification appeared to be on the internet the simplest thing to take note of. I say to you, I definitely get irked whilst folks think about worries that they just do not understand about. You managed to hit the nail upon the top and also defined out the whole thing with no need side effect , other folks can take a signal. Will likely be back to get more. Thank you
Hi there, You’ve done an incredible job. I’ll certainly digg it and in my view recommend to my friends. I’m confident they’ll be benefited from this website.
I was reading some of your posts on this website and I think this web site is real informative! Continue putting up.