भोपाल 28 नवम्बर । मध्यप्रदेश के आदिवासी नेता एवं कैबिनेट मंत्री विजय शाह ने अभिनेत्री विद्या बालन सौजन्य मुलाकात करने का आग्रह ठुकराया तो गुस्साए कैबिनेट मंत्री को नागवार गुजरा जहां कैबिनेट मंत्री ने डीएफओ के जरिए फिल्म की शूटिंग रुकवा दी ? सूत्र बतलाते हैं की फिल्म रोकने की जानकारी जब केंद्रीय मंत्रियों तक पहुंची तो सियासी गलियारे में चर्चा जोरों पर पहुंच गई लेकिन जब ऊपर से दबाव बना तो अधिकारियों को पीछे हटना पड़ा।
मामला बालाघाट जिले का है जहां मंत्री जी के आमंत्रण पर जब अभिनेत्री विद्या बालन नहीं पहुंची तो डीएफओ जीके बरकड़े ने फ़िल्म की शूटिंग रुकवा दी बॉलीवुड फिल्म शेरनी की प्रोडक्शन यूनिट 20 अक्टूबर से 21 नवंबर तक यहां शूटिंग की अनुमति ली थी। इस बीच वन मंत्री ने विद्या बालन से मिलने की इच्छा जताई जहां 8 नवंबर की सुबह 11:00 से 12:00 तक का समय तय हुआ । इसके बाद शाम 4:00 बजे वन मंत्री को बालाघाट से महाराष्ट्र के एक टाइगर रिजर्व जिला चंद्रपुर जाना था और वही उनका रात्रि विश्राम था लेकिन मंत्री जी का कार्यक्रम परिवर्तित हुआ और वह भरवेली खदान के रेस्ट हाउस में रुक गए।
बताते हैं कि शाम 5:00 बजे को विद्या बालन से मिलने पहुंचे और मुलाकात के बाद विद्या बालन को अपने साथ डिनर के लिए आमंत्रित किया क्योंकि विद्या बालन गोंदिया में रुकी थी इसलिए उन्होंने डिनर के लिए मना कर दिया इसका असर यह हुआ कि दूसरे दिन जब फिल्म यूनिट से जुड़े लोग रोज की तरह वहां पहुंचे तो साउथ डीएफओ जी के बरकड़े ने प्रोडक्शन यूनिट की गाड़ियां रोक दी अचानक वन विभाग के इस रुख की जानकारी शासन तक पहुंच गई तुरंत डीएमडीओ को निर्देशित किया गया और इसके बाद शूटिंग शुरू हो पाई।
विद्या बालन से मुलाकात सही है लेकिन डिनर की व्यवस्था जिला प्रशासन ने की थी जहां तक बात गाड़ियां रोकने की है तो उसमें यह बात सामने आई कि शूटिंग के दौरान दो जनरेटर जाते थे लेकिन उन्होंने जनरेटर से युक्त कई गाड़ियां जंगल में लगाने की कोशिश की जिसे रोका यह कहना है वन मंत्री विजय शाह का
गाड़ियों की परमिशन को कैंसिल करने जैसी कोई बात नहीं है मंत्री की मुलाकात 7 या 8 नवंबर को हुई अगले दिन साहब का फोन आया तो हमने बताया कि ऐसी स्थिति नहीं है इसके बाद शूटिंग जारी हैजीके वरकडे डीएफओ बालाघाट साउथ