नेपानगर — रानू मंडल के बाद अब नेपानगर महिला गायिका ज्योति देषमुख की सुरिली आवाज सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है सोशल मीडिया में अक्सर ऐसे-ऐसे वीडियो सामने आते हैं जिसे देखकर आप और हम हैरान रह जाते हैं। मध्य प्रदेश में इतना टैलेंट है जिन्हें आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पाता है, लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद उम्मीद रहती है कि शायद कुछ अच्छा हो जाए, कई लोगों को मौके भी मिल जाते हैं। हाल ही में नेपानगर महिला गायिका ज्योति देषमुख का वीडियो वायरल हुआ है, जिसके गाने सुनने के बाद आपके मन में भी यही ख्याल आएगा कि काश इसे फिल्म में गाने का मौका मिल जाए।
नेपानगर के एक छोटे से कसबे की रहने वाली 48 वर्षीय महिला गायिका ज्योति देषमुख ने अपनी सुरिली आवाज से अपने आसपास रहने वाले लोगों को कायल करके रखा हैं। उनके ही मोहल्ले में रहने वाले एक युवक ने उनके गीत को अपने मोबाईल से रिकार्ड कर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। सोषल मीडिया पर लोग उसे जमकर शेयर और लाईक कर रहे है। सोषल मीडिया पर उनके गीत को लोग खूब पसंद रहे है। ज्योति देशमुख नामक इस महिला का कहना है वह बचपन से स्वर कोकिला लता मंगेशकर को अपना गुरू मान कर गीत गाति चली आ रही है।
वीडियो में ज्योति देषमुख महिला कई सारे गाने गा रही है। शुरुआत वो ‘ सत्यम शिवम सुंदरम’ के गाने ‘सत्यम शिवम सुंदरम…’ से करती है। उसके बाद ‘ मेरे नैना सावन भादो फिर भी मेरा मन प्यासा… जैसे कई गाने सुनाती है। उन्होंने यह गाना इतना सुरीला गाया है कि वहां मौजूद लोग हैरान रह जाते हैं। वहां खड़े लोग उससे एक के बाद एक कई गानों की फर्माइश कर रहे हैं, और वो लगातार गाने सुना रही है। इस वीडियो को या, देखते ही देखते यह वीडियो वायरल हो गया।
नेपानगर के एमजी नगर इलाके में किराए के मकान में रहने वाली गरीब महिला अपनी सुरीली आवाज से लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। उनके द्वारा गाए भजनों एवं फिल्मी गानों को फेसबुक पर देख लोग उनके घर मिलने आ रहे है। जब मीडिया इस परदे के पीछे की इस कलाकार से चर्चा की तो कलाकार ज्योति देशमुख ने बताया कि मुझे बचपन से गाने का शौक है, परिवार की आर्थिक स्थित ठीक नहीं होने के चलते में आगे नहीं पहुंच पाई, फिर बाद में माता-पिता का देहांत हो गया। शादी होने के बाद मेरे पति ने मुझे बोला की मैं तुझे एक अच्छा गायिका बनाऊंगा, मै तेरे इस सपनों को पूरा करूंगा। लेकिन कुछ समय बाद उनका भी देहांत हो गया और मेरा सपना फिर से अधुरा रह गया।
बता दें कि ज्योति अनपढ है लेकिन ज्योति के पास स्वरो की जादूगरी है। यदि ज्योति को फिल्मी दुनिया में अपनी कला का प्रदर्षन करने का मौका दिया जाए तो ज्योति भी रानू मंडल की तरह देष-विदेष में अपने प्रदेष का नाम रोषन कर सकती है। हालांकि ज्योति देशमुख सीमावर्ती महाराष्ट्र के रावेर की रहने वाली है लेकिन पिछले 4 वर्षो से ज्योति अपने बेटा बहु के साथ नेपानगर रहे रही है। उनको दो बच्चे लडका और लडकी। उनकी छोटी बेटी किरण बाई नेपानगर में ही सात नम्बर गेट एरिया में रहती है। ज्योति की मात्र भाषा मराठी होने के बावजूद हिंदी भाषी गीत में उनकी इस पकड से सभी काफी हैरान है अब उन्हें और कला प्रमियों को उम्मीद जगी है जिस तरह रानू मंडल की आवाज सोशल मीडिया और मीडिया में जरिए जो मंच आज रानू मंडल को मिला है। वैसे ही मंच ज्योति देशमुख को भी मिलने की उम्मीद कर रहे है।