बांदा — आखिरकार 2 साल बाद पूर्वांचल का माफिया डॉन और विधायक मुख्तार अंसारी एक बार फिर बांदा जेल पहुंच गया। यूपी पुलिस की भारी-भरकम टीम सुरक्षा घेरे के बीच करीब 900 किलोमीटर का सफर 14 घंटे में पूरा किया। बुधवार की सुबह बाहुबली मुख्तार अंसारी करीब 4:30 बजे भारी सुरक्षा इंतजाम के बीच काफिला बांदा जेल पहुंचा है। सुबह करीब 4:26 मिनट पर बांदा जेल का दरवाजा खोल दिया गया काफिले की मां की गाड़ियां रुक गई और मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस जेल में दाखिल हो गई।
बता दें कि सुरक्षा की दृष्टिकोण से मुख्तार अंसारी को बुलेट प्रूफ जैकेट पहनाया गया था साथ ही सफर के दौरान अचानक से तीन बार रूट में बदलाव किया गया। लंबे सफर के बाद सुबह 4:30 बजे बांदा जेल में आने के बाद मुख्तार अंसारी ने जेल अधिकारियों से कहा कि वह काफी थक गया है सोना चाहता है इसलिए उसे सीधे बैरक नंबर 16 पहुंचाया गया। जिसमें वह आराम करता रहा सुबह चाय के लिए जेल अधिकारियों ने पूछा लेकिन थकान की वजह से उसने चाय को मना कर दिया
मुख्तार अंसारी की सुरक्षा को लेकर यूपी सरकार तटस्थ है लगातार सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जा रही है यूपी के जेल मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि सीसीटीवी निगरानी के साथ जेल मैनुअल का ध्यान रखा जा रहा है। अंसारी को सुरक्षा के कारण अन्य कैदियों से अलग बैरक नंबर 16 में रखा गया है । उसके लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं है उसे एक आम कैदी के रूप में रखा गया है।
सुबह 10:00 बजे मुख्तार अंसारी का कोरोना टेस्ट किया गया और बांदा के सीएमओ फिलहाल पंजाब से आए मेडिकल फाइल का परीक्षण कर रहे हैं फिलहाल मुख्तार को 16 नंबर बैरक में आइसोलेशन में रखा गया है और किसी से मिलने की इजाजत नहीं है। पूरे बैरक को सीसीटीवी के जरिए मानीटल किया जा रहा है। मुख्तार के यूपी आने से अब उसके खिलाफ अलग-अलग दर्जन भर से ज्यादा मामलों की सुनवाई में तेजी आएगी रोपण जेल में कई मुकदमों का ट्रायल भी शुरू नहीं हो सका था।