Euthanasia Laws : अभी तक कानूनी तौर पर इच्छामृत्यु (legal euthanasia)का कानून नहीं बना था लेकिन आस्ट्रेलिया में इच्छामृत्यु (euthanasia in australia) कुछ परिस्थितियों में देने की इजाजत कानून बनाकर इसे बोध कर दिया है। ऑस्ट्रेलिया में 23 साल की लिली थाई Lily Thai ने इच्छामृत्यु मांगा है.(euthanasia sought) तय नियमों के मुताबिक बुधवार को वह हमेशा के लिए सो जाएगी. कानून भी उसे इसकी इजाजत दे रहा है, आखिर ऐसा क्यों?
Euthanasia Laws : जिसने जन्म लिया है वह मरना नहीं चाहता भले ही लोग कहते हैं कि वह मरना चाहते हैं लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हर कोई चाहता है कि वह स्वस्थ और निरोगी रहे और उसकी उम्र लंबी हो। यह अलग बात है कि जब लोग अवसाद में रहते हैं तो वह आत्महत्या जैसे बड़े कदम उठाते हैं ताकि मुसीबतों से छुटकारा मिल सके। अब ऑस्ट्रेलिया में महज 30 उम्र की लिली अपनी जिंदगी से हार चुकी है और वह है सबसे कम उम्र की महिला होगी जो अपनी इच्छा से मरने जा रही हैं। उन्होंने अपनी इच्छा मृत्यु चुनी है उनके इस मार्ग को ऑस्ट्रेलियाई कानून भी स्वीकार करते हुए इजाजत दे रहा है इसके पीछे असहनीय दर्द और पीड़ा वजन है आइए जानते हैं कि आखिर लिली ने क्यों इच्छामृत्यु चुनी है।
कैसी-कैसी तकलीफें झेल रही
लिली इस समस्या से तब से जूझ रही हैं जब वह महज 17 साल की थीं। एक डॉक्टर ने उनमे एहलर्स-डैनलोस सिंड्रोम जैसी खतरनाक बिमारी से पहचाना । एक साल बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी। फिर वह चलने, खाने-पीने में असमर्थ हो गई। रीढ़ की हड्डी में एक केमिकल का रिसाव शुरू हो जाता है। इसके लिए दवाएं दी गईं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अच्छे-अच्छे डॉक्टर भी उसे ठीक नहीं कर सके। उनकी स्थिति इतनी खराब हो गई कि उन्होंने हेलो ब्रेस पहन लिया – जो रोगी के सिर के चारों ओर एक घेरा बना देता है, जिससे उन्हें रीढ़ की हड्डी में हेरफेर से लेकर अपने सिर या गर्दन को हिलाने से रोका जा सके। उन्हें नेजल फीडिंग ट्यूब का भी इस्तेमाल करना पड़ा क्योंकि वह बिना बीमार हुए कुछ भी नहीं खा सकती थी जिससे उनका वजन 40 किलो तक हो गया था। स्पाइनल फ्यूजन सर्जरी की गई और पेट के एसिड को निकालने में मदद के लिए एक ट्यूब लगाई गई। यह सब इतना दर्दनाक है कि वह जीना नहीं चाहती थी । Euthanasia Laws
बुधवार को होगा आखिरी दिन
पिछले साल जनवरी में जब ऑस्ट्रेलिया में इच्छामृत्यु कानून पारित किया गया तो उन्हें इस दर्द से निकलने का और खुद की जिंदगी खत्म करने का रास्ता नजर आया. लिली ने आवेदन किया और सब कुछ सत्यापित करने के बाद कानून ने उसे अनुमति दी। 23 साल की लिली थाई का बुधवार को निधन हो गया। ऐसा माना जाता है कि वह सबसे कम उम्र के ऑस्ट्रेलियाई लोगों में से एक हैं जिन्होंने कानूनी रूप से अपनी जान ले ली है। लिली एडिलेड के दक्षिण में फ्लिंडर्स मेडिकल सेंटर में लॉरेल हॉस्पिस में प्रशामक देखभाल प्राप्त कर रही है और पिछले सप्ताह उसने अपने निर्णय की पुष्टि करने वाले कागजात पर हस्ताक्षर भी किए।
Also Read – Chanakya Niti: भाभियों को खुश करने के आसान टिप्स, पल भर में मान जाएंगे आपकी बात
Also Read – Right size bra : सही साइज और कंफर्ट ब्रा ऐसे चुनें, जाने खास टिप्स
Also Read – Oops moment : Taapsee Pannu रैंप में हुई उप्स मूमेंट की शिकार, दिखा बेहद प्राइवेट पार्ट