Singrauli News: स्थानीयों का फूटा गुस्सा, निगम और ठेकेदार पर भ्रष्टाचार के आरोप, घटिया निर्माण कार्य से विकास योजनाओं की पोल खुली, आठ माह में सड़क धंसी
Singrauli News सिंगरौली। नगर निगम क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 30 अंतर्गत पचखोरा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के पास घुरी ताल मार्ग पर सीवर लाइन धंसने से क्षेत्र के लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है। सड़क के बीचोंबीच बने गहरे गड्ढे से रोजाना सैकड़ों लोग गुजरते हैं, जिसके चलते हर पल जान का खतरा बना हुआ है। नगर निगम की अनदेखी और ठेकेदार की लापरवाही से यह हादसे को न्योता देता खतरनाक स्थल बन चुका है।
गौरतलब है कि इन विराट प्राइवेट कंपनी द्वारा करीब आठ माह पहले इस क्षेत्र में सीवर लाइन बिछाने का कार्य किया गया था। क्षेत्रवासियों का कहना है कि कार्य की शुरुआत से ही घटिया सामग्री का उपयोग किया गया और तकनीकी मानकों की अनदेखी हुई। निर्माण के कुछ ही दिनों बाद सड़क ने धंसना शुरू कर दिया और अब यह एक गहरे गड्ढे में तब्दील हो गई है। रोजाना दोपहिया वाहन चालक और पैदल राहगीर यहां फिसलने से बचते-बचते गुजरते हैं। कई बार लोग इस गड्ढे में गिरने से बाल-बाल बचे हैं।
बताया जा रहा है कि यह कार्य नगर निगम इंजीनियर जितेन्द्र शाह और इन विराट प्राइवेट कंपनी के साइड इंजीनियर प्रदीप यादव की देखरेख में हुआ था, बावजूद इसके गुणवत्ता विहीन तरीके से काम कराया गया है। सूत्रों के माने तो नगर निगम के इंजीनियर और सिविल लाइन कंपनी के इंजीनियर ने जमकर भ्रष्टाचार किया है जिसका नतीजा है कि 8 महीने में सीवर लाइन धस गई। इस संबंध में जब नगर निगम कमिश्नर सविता प्रधान से पक्ष जानना चाहा तो उनका फोन नहीं उठा। Singrauli News
जनता ने आंदोलन की दी चेतावनी
स्थानीय लोगों ने बताया कि गड्ढे में पिछले कई दिनों से पानी, कचरा और प्लास्टिक जमा है, जिससे जहरीली बदबू उठ रही है और दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि नगर निगम को कई बार शिकायतें दी गईं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। नागरिकों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द मरम्मत कार्य प्रारंभ नहीं हुआ, तो वे नगर निगम कार्यालय का घेराव और विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।
इनका कहना है
सीवर लाइन बिछाने के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन न तो गुणवत्ता का ध्यान रखा गया और न ही भविष्य की मजबूती पर कार्य हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि पाइप डालने के बाद सड़क को समतल और कंप्रेस नहीं किया गया, जिसके कारण यह जल्द धंस गई। काम के दौरान कई बार ठेकेदार से गुणवत्ता युक्त काम के लिए कहां गया लेकिन सब ने यही कहा कि काम ऐसे ही होता है।
अंजना साह, पार्षद, निर्दलीय नगर निगम सिंगरौली
