सुकमा- . पुना नर्कोम अभियान से प्रभावित और बाहरी नक्सलियों के भेदभाव से परेशान होकर शुक्रवार की दोपहर को सीआरपीएफ के पैदागुडेम कैम्प में सीआरपीएफ व पुलिस अफसरों के समक्ष एक गांव के रहने वाले सात महिला नक्सलियों समेत कुल 24 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया।आत्मसमर्पित नक्सलियों को राज्य शासन के पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधाएं जल्द ही प्रदान किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सात महिला नक्सलियों समेत कुल 24 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। सुकमा जिले के पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि कोंटा एलओएस सदस्य माड़वी जोगा और मिलिशिया डिप्टी कमांडर मुचाकी हुंगा समेत 24 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
पुलिस ने बताया कि नक्सलियों ने माओवादियों की अमानवीय और आधारहीन विचारधारा, शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों द्वारा भेदभाव से तंग आकर आत्मसमर्पण करने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों में सात महिला नक्सली भी शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य शासन की पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि और अन्य सुविधाएं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सुरक्षों बलों ने आत्मसमर्पण के बाद सभी नक्सलियों और उनके साथ आए परिवार के सदस्यों तथा ग्रामीणों को भोजन कराया और स्वास्थ्य शिविर लगाकर सभी का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया।