Chanakya Niti : (Manoj Kumar) आचार्य चाणक्य भारतीय राजा चंद्रगुप्त मौर्य के सलाहकार थे (Indian king Chandragupta Maurya’s advisor was)। आचार्य चाणक्य बहुत बुद्धिमान थे, लोगों ने उनकी कई बातों को अपने जीवन में अपनाया और सफल हुए। वे एक अच्छे दार्शनिक, शिक्षक,(philosopher, teacher) अर्थशास्त्री और लेखक (economist and author) भी थे। चाणक्य के कई सिद्धांत हैं जिनका पालन करके व्यक्ति जीवन में सफल हो सकता है।
Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य ने पति-पत्नी के बीच अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए न केवल सफलता बल्कि एक प्रणाली भी दी। तो आइए जानते हैं चाणक्य (Chanakya Niti For Marriage Life) के अनुसार सफल वैवाहिक जीवन के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
सफल विवाह के लिए चाणक्य नीति
पति-पत्नी का शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना बेहद जरूरी है। शारीरिक इच्छा पूरी करने के लिए दोनों के बीच उम्र का कोई फासला नहीं होना चाहिए। पति-पत्नी की उम्र में ज्यादा अंतर हो तो रिश्ते में दिक्कतें आने लगती हैं। चाणक्य के अनुसार पति-पत्नी के बीच बहुत अधिक उम्र का अंतर जहर के समान है। यदि किसी वृद्ध पुरुष का विवाह किसी जवान महिला से हो जाता है तो वह स्त्री किसी अन्य पुरुष की ओर आकर्षित हो सकती है। यह रिश्ते को बर्बाद कर सकता है।
एक-दूसरे का सम्मान करना
चाणक्य सिद्धांतों के अनुसार वैवाहिक जीवन में खुशी के लिए दोनों को एक-दूसरे का पूरा सम्मान करना चाहिए। पति-पत्नी दोनों को एक-दूसरे का पूरा सम्मान करना चाहिए। यदि वे एक-दूसरे का सम्मान नहीं करते हैं, तो रिश्ते के कलह होने के कारण तनाव उत्पन्न होता है। ऐसे में रिश्ता ज्यादा दिन नहीं टिक पाएगा।
जरूरतों को समझना
पति-पत्नी को एक-दूसरे की जरूरतों को समझना चाहिए। यह दोनों के बीच अच्छे संबंध बनाए रखता है। अगर दोनों एक-दूसरे की जरूरतों को नहीं समझते हैं तो जीवन में कई मुश्किलें आती हैं। ऐसे में दोनों के बीच प्यार कम हो जाता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. विंध्य न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता है.)