Bhopal News : (Anisha) आरोपी आरके परमार (RK Parmar) को हिरासत में लेकर हवालात में रखा गया था। ठंड के कारण हवालात में उसे कंबल दिया गया. आरोपी ने लॉकअप के भीतर खुद को कंबल (blanket) में लपेट कर आग लगा ली थी। जिसके कारण TI सहित 4 पुलिसकर्मियों पर FIR दर्ज किया गया है।
Bhopal News : राजधानी भोपाल (Capital Bhopal) के कटारा हिल्स थाने में आरोपी की हिरासत में आग लगाने के आरोप में एक टीआई समेत चार पुलिसकर्मियों (Four policemen including TI) के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है, घटना फरवरी 2019 की है.
यह था मामला
भोपाल थाने के हवालात में आगजनी की घटना 26 फरवरी 2019 को हुई थी। यहां थाने में दर्ज 28/19 धारा 354-घ/376-2-एन/506/3/4 छेड़छाड़, दुष्कर्म, डराना-धमकाना और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसी मामले में आरोपित राजकुमार उर्फ आरके परमार के पिता प्यारेलाल परमार उम्र 25 वर्ष है। वह बागसेवनिया थाना अंतर्गत पुरानी बस्ती बागमुगालिया में रहता था। आरोपी आरके परमार को हिरासत में लेकर हवालात में रखा गया है। ठंड के कारण उसे हवालात में कंबल दिया गया, आरोपी ने खुद को कंबल में लपेट कर आग लगा ली, आरोपी ने थाने के हवालात में घटना को अंजाम दिया था, उसको नाजुक हालत में पहले हमीदिया फिर बंसल अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था। जहां 1 मार्च 2019 को उनकी मौत हो गई थी.
जांच में निकला निष्कर्ष
घटना के बाद कटारा हिल्स पुलिस मर्ग 05/19 दर्ज किया गया है। मामला हिरासत में मौत का था। इसलिए न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं। रिपोर्ट पुलिस आयुक्त कार्यालय में लंबित थी। जिसके आधार पर 11 अप्रैल 2023 को आगे की कार्रवाई का निर्देश दिया गया। राजकुमार परमार की मौत की सूचना बंसल अस्पताल से डॉ. वीके वर्मा ने दी। मौत के इस मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी केएल डांगी, आरक्षक 2228 भानु प्रताप, आरक्षक 2589 सुभाष त्यागी व आरक्षक 3671 राघवेंद्र ने लापरवाही बरती थी. इसने पुलिस अधिकारियों को कटारा हिल्स पुलिस स्टेशन में 77/23 धारा 304-ए का मामला दर्ज करने का निर्देश दिया। उस वक्त केएल दांगी को थाने से हटा दिया गया था. वहीं हवलदार 2228 भानु प्रताप, हवलदार 2589 सुभाष त्यागी व सिपाही 2671 को भी लाइन पर चिन्हित किया गया. जांच में पता चला कि माचिस लापरवाही से राजकुमार परमार तक पहुंच गई थी। साफ है कि उनकी गिरफ्तारी के बाद की तलाशी ठीक से नहीं की गई. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस मामले की जांच रिपोर्ट काफी पहले हो चुकी थी. लेकिन, कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई।