गौरतलब हो कि रेलवे दावा करता है कि वह रेल यात्रा करने वाले यात्रियों की सुरक्षा भारतीय रेलवे की संपत्तियों की रक्षा और यात्रियों को वह सारी सुविधा मुहैया कराता है। जिससे उनको कोई दिक्कत नहीं हो लेकिन रेलवे द्वारा खोले गए ग्राहक सेवा केंद्र जब बंद हो तो फिर कोई भी यात्री सहायता की उम्मीद कैसे करें और जब कोई भी आरपीएफ और रेलवे विभाग की जिम्मेदारियों का एहसास दिलाएं,आईना दिखाएं तो वह फिर उनका दुश्मन हो जाता है। Singrauli News
भारत सरकार भले ही यात्रियों की सुविधाओं के लिए लगातार बड़े कदम उठा रही है लेकिन जबलपुर जोन के बरगवा रेलवे स्टेशन की व्यवस्था बदहाल है। बैढऩ इलाके के एक मीडिया कर्मी ने उक्त घटनाक्रम के संबंध में बताया कि कल मैं जब सिंगरौली जिले के बरगवां स्टेशन से भोपाल के लिए जा रहा था उस दौरान वातानुकूलित श्रेणी के बगल में बनें ग्राहक सुविधा केंद्र सह मुख्य माल पर्यवेक्षक कक्ष में ताला जड़ा था। ऐसे में इन्टरनेट नहीं चलाने वालों को दिक्कतें हो रहीं थी कि ट्रेन कितने घण्टे लेट हैं और कब तक आयेगी। उस समय मैंने अपनी पत्रकारिता धर्म का पालन करते हुए ग्राहक सुविधा केंद्र में लटक रहे ताले का फोटो खींच लिया तो वहां मौजूद सीआरपीएफ के जवान मुझे फोटो खींचते हुए देख लिया। वह मेरे पास आकर बड़ी बदतमीजी से धमकाने लगे कि आखिर फोटो कैसे खींच लिया क्या जरूरत है इसका क्या करेंगे, कुछ ही देर बाद वह फोन करके कई और लोगों को रेलवे स्टेशन पर बुला लिया। Singrauli news
आगे बताया कि ग्राहक सेवा केंद्र का फोटो खींचने को लेकर आरपीएफ पुलिस और रेलवे कर्मचारियों को इतना नागवार गुजरा कि उनके साथ आए हुए लोग मेरे साथ झूमा झटकी करने लगे. एक सिविल में शख्स खुद को आरपीएफ का बताकर मुझे अपने केबिन में ले जाने की मानसिक रूप से दबाव बनाया। मेरे नहीं जाने पर उसका एक अन्य साथी मुझे अपने केबिन के अंदर ले जाने के लिए मेरा हाथ पकड़ा। इस दौरान वहां कई लोगों ने आपत्ति जताई। तब कहीं जाकर वह लोग मुझे छोड़े। दाढ़ी बढ़ा, और चंदन लगाकर वह शख्स मुझे यह भी धमकी दिया कि वह मुझे मुश्किलों में डाल देगा। एक पल के लिए तो मुझे डर लगा लेकिन वहां मौजूद लोगों ने उन दोनों पक्षों को रोक लिया। singrauli News