सिंगरौली : आम आदमी से इनकम टैक्स के रूप में पाई पाई बसूलने वाली सरकार को सिंगरौली के टैक्स कंसलटेंट अनिल कुमार साहू ने कुछ कारोबारी के साथ मिलकर फर्जी फार्मो के जरिए करीब 300 करोड रुपए से ज्यादा का कारोबार किया। जीएसटी विभाग की छापेमारी में इस घोटाले का खुलासा हुआ है।
बता दें कि जीएसटी विभाग ने 2 सितंबर को जिले में टैक्स कंसलटेंट सहित कारोबारी के 6 ठिकानों में एक साथ छापेमारी की। जांच में सामने आया कि मास्टरमाइंड टैक्स कंसलटेंट अनिल कुमार ने कई राज्यों में फर्जी फर्में बनाई थीं। ये फर्में कानपुर, इंदौर, नरसिंहपुर, ग्वालियर और सागर में स्थित हैं। इनमें श्री कृष्णा इंटरप्राइजेज, आरएस एंटरप्राइजेज, चंदन इंटरप्राइजेज और साईंनाथ इंटरप्राइजेज प्रमुख हैं। विभाग ने अब तक इस मामले में 4 करोड़ 45 लाख रुपए की पेनल्टी वसूल की है।
जीएसटी टीम ने लगातार चार दिन तक टैक्स कंसलटेंट और कारोबारी के ठिकानों पर दस्तावेजों को खंगाला और पांचवें दिन सारे दस्तावेज लेकर सतना चली गई। जहां अब जांच टीम को मश चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. सूत्रों का दावा है कि जीएसटी चोरों ने 18 बोगस कंपनियों का फर्जीवाड़ा तैयार किया, जिनके नाम पर सैकड़ों करोड़ की फर्जी खरीदी-बिक्री दिखाई गई. इन फर्मों का कोई वास्तविक अस्तित्व नहीं था- न कोई दफ्तर, न कोई कर्मचारी, न ही किसी तरह की फिजिकल इन्वेंट्री. यह पूरा ऑपरेशन सिर्फ कागज़ी लेन-देन और फर्जी GST बिलों पर आधारित था.
अनिल कुमार शाह के करीब से जानने वाले एक उनके पारिवारिक रिश्तेदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अनिल कुमार शाह ने अपनी पत्नी व कई रिश्तेदारों के नाम पर कुछ फर्जी फर्म बना रखी थी और उन्हीं के जरिए उन्होंने करोड़ों रुपए का कारोबार दिखाया है। सूत्र बताते हैं कि जांच टीम को कई पासबुक, एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन और कई डिजिटल डिवाइसेज़ बरामद की गई हैं. हर फर्म को अलग पहचान देकर टैक्स रिफंड क्लेम करता था.
