सीधी जिले के ग्रामीण इंजीनियरिंग सेवा (आरईएस) विभाग में पदस्थ महिला कर्मचारी नेहा सिंह (सहायक वर्ग तीन) को 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते रीवा लोकायुक्त पुलिस ने छापा मारकर रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इस कार्यवाही के बाद एसडीओ, इंजीनियर और सब इंजीनियर फरार हो गए। यह कार्रवाई भाजपा नेता राजकुमार की शिकायत पर की गई।रीवा लोकायुक्त पुलिस की छापा पड़ने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
लोकायुक्त टीआई उपेंद्र कुमार दुबे के अनुसार, लगभग 2.14 लाख रुपए की लागत से बनी एक पुलिया के एवज में एसडीओ आर.एस. पटेल, सब इंजीनियर रामाश्रय पटेल और अखिलेश मौर्य ने 15,000 रुपए की रिश्वत मांगी थी। अधिकारियों ने ठेकेदार से कहा था कि तय रकम दिए बिना भुगतान नहीं किया जाएगा। इसके बाद भाजपा नेता राजकुमार ने रीवा लोकायुक्त से शिकायत की। रिश्वतखोरी की शिकायत की पुष्टि करने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत खोरी में शामिल कर्मचारियों को पकड़ने बुधवार को सीधी पहुंची।

बताया जा रहा है कि शिकायत के सत्यापन के बाद रीवा लोकायुक्त टीम ने योजनाबद्ध तरीके से महिला कर्मी नेहा सिंह को 8,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। वहीं लोकायुक्त पुलिस अब फरार एसडीओ, इंजीनियर और सब इंजीनियर की तलाश कर रही है। गिरफ्तार महिला कर्मी को आगे की कार्रवाई के लिए सीधी सर्किट हाउस लाया गया है और पूछताछ कर रही है। कार्रवाई के दौरान महिला कर्मचारी लोकायुक्त के सामने छोड़ने के लिए गिड़गिड़ाने लगी।
बताते चलें कि इससे पहले 30 अगस्त 2025 को मझौली थाने के ASI कमलेश त्रिपाठी को आरटीआई के तहत चेक गुमने की सत्यापित प्रति देने के बदले 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया था।
