MP Weather : (Manoj Kumar) मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज फिर बदला (Weather pattern changed again in Madhya Pradesh) है। चिलचिलाती गर्मी के मौसम में प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश शुरू हो गई है. ऐसा करने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। हालांकि, भीषण गर्मी और शरद ऋतु की बेमौसम बारिश (hot summer and unseasonal rains of autumn) के कारण बीमारी बढ़ने लगी है। बाजार में भेजने से पहले कटे हुए फलों को वहां संरक्षित करना किसानों के लिए एक प्रमुख कार्य बन गया है। मौसम विभाग के सूत्रों के मुताबिक यह सिलसिला अगले 7 दिनों तक जारी रहेगा।
MP Weather : मध्य प्रदेश में तेज गर्मी के बीच एक बार फिर बारिश शुरू हो गई है. प्रदेश के 17 जिलों में बारिश की संभावना है। वहीं, कई जिलों में तापमान तेजी से गिर रहा है।
तापमान में आई गिरवाट
भोपाल में बदरो का डेरा बना हुआ है। प्रदेश में फिर से बूंदाबांदी शुरू हो गई है। इससे कई शहरों में बादल छा गए हैं, जिससे तापमान में गिरावट आई है। पिछले 24 घंटे की बात करें तो भोपाल में 38.3, इंदौर में 36.5, ग्वालियर में 36.7 और जबलपुर में 36.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और खरगोन में अधिकतम 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
29 अप्रैल तक यह सिस्टम होगा एक्टिव
एक सच्ची रेखा तेलंगाना से होते हुए तमिलनाडु तक जाती है। वहीं, दक्षिण राजस्थान के ऊपर चक्रवाती हवाओं का घेरा बना हुआ है। इन दोनों सिस्टम की वजह से प्रदेश में मौसम में बदलाव आया है। भोपाल, जबलपुर, मंडला, छिंदवाड़ा, सागर, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर समेत कई जिलों में बारिश हुई. सिओनी, बालाघाट, उज्जैन, इंदौर, आगर, सीहोर, धार, राजगढ़, बैतूल, देवास में बादल छाए रहे। यह सिस्टम 29 अप्रैल तक सक्रिय रहने की संभावना है।
बीमारी से बचें
गर्मियों आ गयी। इस मौसम में बाहर जाने से लोगों को डिहाइड्रेशन के साथ हीटस्ट्रोक का खतरा रहता है। साथ ही ऐसे समय में बारिश से शरद ऋतु में गर्मी की समस्या बढ़ सकती है। खराब खान-पान से पेट संबंधित रोग हो सकते हैं। ऐसे में लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए और हो सके तो धूप में निकलने से बचना चाहिए। खान-पान का ध्यान रखें और शरीर को ठंडा रखने वाले पौष्टिक आहार लें।