MPPSC result: ग्वालियर.;प्रतिनिधि। दिसंबर 2019 में प्रीलिम्स और 2020 में मेन्स आयोजित करने के बाद,( MPPSC) एमपीपीएससी ने आखिरकार परीक्षा परिणाम जारी कर दिए। इस परीक्षा में शहर के करीब दो हजार परीक्षार्थी शामिल हुए. यहां खास बात यह है कि यहां मुख्य परीक्षा दो बार आयोजित की जा चुकी है और छात्र इसे लेकर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा चुके हैं और मामला अभी भी लंबित है. डेप्युटी कलेक्टर के पदों के जारी किए गए परीक्षा परिणाम 2019 में टॉप की 10 पोजिशन में 7 लड़कियां शामिल है। इसमें से सतना की रहने वाली प्रिया पाठक ने पहला स्थान हासिल किया है। प्रिया पाठक फिलहाल पुलिस में डीएसपी के पद पर है। जानिए बाकी 9 प्लेस में कौन है काबिज।
वहीं दूसरे और तीसरे नंबर की बात की जाए तो इस पर भी लड़की ने ही बाजी मारी है। दूसरे नंबर पर रीवा जिले की रहने वाली शिवांगी बघेल है तो तीसरे नंबर पर पन्ना की रहने वाली पूजा सोनी है। बता दें की सभी पदों के लिए 87 फीसदी के अनुपात में चयन सूची जारी की गई है. बाकी 13 फीसदी उम्मीदवारों के नाम होल्ड पर रखे गए हैं. 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण पर कोर्ट के फैसले के बाद ही बाकी 13 फीसदी पदों का रिजल्ट जारी किया जाएगा. गौरतलब है कि 2019 में चयन प्रक्रिया के तहत दो अलग-अलग मुख्य परीक्षाएं आयोजित की गईं और उसी के आधार पर रिजल्ट जारी किया गया है. (UPSC )पीएससी मुख्य परीक्षा का परिणाम पहले भी दो बार बदला जा चुका है।
आकाश यादव
इसमें से सतना की रहने वाली प्रिया पाठक ने पहला स्थान हासिल किया है। प्रिया पाठक फिलहाल पुलिस में डीएसपी के पद पर है। जानिए बाकी 9 प्लेस में कौन है काबिज। शहर के आकाश का चयन सहायक संचालक स्कूल शिक्षा विभाग के पद पर हुआ है। आकाश बताते हैं कि उन्होंने कुछ समय तक इंदौर में रहकर कोचिंग की और तब से सेल्फ स्टडी कर रहे हैं. दूसरे प्रयास में उन्हें सफलता मिली है.यह उनके लिए बहुत गौरव की बात रही यह बहुत ज्यादा खुश थे. आकाश का कहना है कि अगर मेहनत सही दिशा में की जाए तो समय जरूर लगता है लेकिन सफलता जरूर मिलती है।
मोनिका माहौर
इस बार जारी हुए रिजल्ट में लड़कियों का डंका बजा है. बता दें कि जारी परिणाम के मुताबिक टॉप-10 में सात लड़कियों ने बाजी मारी है.पहले प्रयास में जीत हासिल करने वाली शहर की मोनिका का चयन सहायक निदेशक जनसंपर्क पद पर हुआ है। मोनिका ने अपनी सफलता की कहानी बताते हुए कहा कि उन्होंने (UPSC )यूपीएससी की तैयारी दिल्ली में रहकर की थी. लगभग एक साल की तैयारी के बाद उन्होंने ग्वालियर आकर( MPPSC) एमपीपीएससी की परीक्षा दी और पास होकर जीत हासिल की । … यह उसके और उसके परिवार के लिए बहुत गर्व की बात रही…
रविशंकर
एक्साइज सब इंस्पेक्टर के पद पर ज्वाइन करने जा रहे शहर के रविशंकर ने दूसरे प्रयास में( MPPSC)एमपीपीएससी का चक्र तोड़ दिया। रवि ने लगभग 4 साल तक दिल्ली पूरे परिवार से दूर रहकर कठिन परिश्रम कर ((UPSC) यूपीएससी की तैयारी की, उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा भी दी लेकिन किसी कारण से चयन नहीं हो सका। फिर उन्होंने( MPPSC) एमपीपीएससी की परीक्षा दी और दूसरे प्रयास में उन्हें नौकरी मिल गई. कहा जाता है परिश्रम करने वाले की कभी हार नहीं होती उन्होंने खूब परिश्रम किया और अपने मां-बाप का नाम रोशन किया आज की टाइम में ऐसे होना हर बच्चे बहुत कम देखने को मिलते हैं.