सिंगरौली। कांगे्रस पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव भास्कर मिला के खिलाफ देवसर विधायक राजेन्द्र मेश्राम ने एससी-एसटी एक्ट का अपराध कोतवाली बैढ़न में दर्ज कराया। जहां आज दिन गुरूवार को पुलिस ने भास्कर मिश्रा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। कल दिन शुक्रवार को जमानत पर सुनवाई होगी। वहीं विधायक के खिलाफ लोगों का गुस्सा भड़़क उठा है।
दरसअल कांग्रेस नेता भास्कर मिश्रा ने गत दिवस फेसबुक पर देवसर विधायक के खिलाफ अभद्र टिप्पणी किया था। साथ ही अदाणी कंपनी में ठेकेदारी करने का भी आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि विधायक का पुत्र अदाणी कंपनी में ठेकेदारी कर रहा है। साथ ही उन्होंने पुलिस अधिकारियों के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किया था। इन्ही बातों से आहत होकर विधायक देवसर राजेन्द्र मेश्राम ने कोतवाली बैढ़न में लिखित रिपोर्ट दिया था।
कोतवाली पुलिस ने 21 सितम्बर को भास्कर मिश्रा के खिलाफ बीएनएस की धारा 296 एवं एससी-एसटी एक्ट 3(2)(व्हीए) एवं 3(1)(द) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता भास्कर मिश्रा पावर महान एनर्जेन लिमिटेड अदाणी में एक हादसा हो गया था। झारखण्ड प्रांत के एक ईलेक्ट्रिशियन को करंट लगने से मौत होने पर कोतवाली बैढ़न पहुंच मृतक के परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे थे। इसी दौरान कोतवाली पुलिस ने उन्हे गिरफ्तार कर लिया.
कोतवाली टीआई अशोक सिंह परिहार के द्वारा बताया गया कि विधायक के रिपोर्ट पर एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा कायम है, इसीलिए गिरफ्तारी की जा रही है। हालांकि दोपहर बाद कोतवाली पुलिस ने सभी कानूनी औपचारिकताएं पूर्ण करते हुये जिला न्यायालय बैढ़न में पेश किया। जहां से उन्हे जमानत नही मिली। चर्चा है कल दिन शुक्रवार को जमानत पर सुनवाई होगी।
अधिकवक्ता लामबंद, नि:शुल्क करेंगे पैरवी
देवसर विधायक पर सत्ता का दुरूपयोग करने का गंभीर आरोप लगाया जा रहा है। सोशल मीडिया से लेकर तमाम जगह देवसर विधायक की जमकर आलोचना हो रही है। वहीं आज जब कोतवाली पुलिस ने भास्कर मिश्रा को न्यायालय में पेश की, उस दौरान जिला न्यायालय के अधिकांश अधिवक्ता लामबंद होकर भास्कर मिश्रा के पक्ष में खड़े नजर आये और कहा कि भास्कर मिश्रा का नि:शुल्क पैरवी करेंगे। अधिवक्ताओं के लामबंद होते देख भाजपा नेताओं के भी कान खड़े होने लगे। वहीं अब सियासत भी गरमा गई है। आरोप लगाया जा रहा है कि अदाणी कंपनी के खिलाफ जो भी आवास उठाएगा, उसका परिणाम भुगतना पड़ेगा। शासन-प्रशासन कंपनी पर मेहरवान हैं और उसी का परिणाम भास्कर मिश्रा को भुगतना पड़ रहा है।
कोतवाली में दिखी कांग्रेस की गुटबाजी, नहीं पहुंचे शहर अध्यक्ष
भास्कर मिश्रा के गिरफ्तारी की खबर सुनते ही कांग्रेस नेता रामशिरोमणि शाहवाल, अमित द्विवेदी, राम अशोक शर्मा, सीपी शुक्ला, अनिल सिंह, उपेन्द्र शुक्ला, मनोज दुबे सहित भारी संख्या में कांग्रेसी कोतवाली पहुंच उक्त कार्रवाई का जमकर विरोध करते हुये कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि अदाणी कंपनी का नाम लेना महंगा पड़ेगा, यह बदले के भावना से कार्रवाई की गई है। आज इनका सत्ता है, दुरूपयोग कर ले, भविष्य में कांग्रेस की सरकार आएगी तो, इसी तरह कांग्रेस पार्टी भी कार्य करेगी। इधर यहां भी गुटबाजी दिखी है। कांग्रेस पार्टी शहर के अध्यक्ष व उनके समर्थक दूर-दूर तक नजर नही आये।
इनका कहना:-
फेसबुक पर एक वीड़ियों वायरल हुआ था। जिसमें देवसर विधायक के खिलाफ भास्कर मिश्रा ने अश्लील शब्दों का उपयोग किया था। विधायक की रिपोर्ट पर भास्कर मिश्रा के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तार किया गया।
पुन्नू परस्ते, सीएसपी, विंध्यनगर