CM Helpline : सिंगरौली 12 सितम्बर। नगर पालिक निगम सिंगरौली में स्वच्छ भारत अभियान के तहत कई करोड़ रूपये खर्च कर दिया। यह रकम केवल बस स्टैण्ड व राजीव चौक, इंदिरा चौक के इर्द-गिर्द ही खर्च किया है। मुख्य मार्ग से यदि चंद कदम दूर बस्ती व मोहल्लों में घुस जायें तो ननि के क्रियाकलाप अनाप-शनाप खर्च का पोल खुल जा रहा है।
CM Helpline–ऐसा ही मामला वार्ड क्र.42 घूरीताल पूर्व बब्बन चौराहा से लेकर पूर्व पार्षद के घर के कुछ दूरी तक की नालियां हैं। दरअसल वार्ड क्र.42 घूरीताल पूर्व बब्बन चौराहा से लेकर पूर्व पार्षद रामसागर शाह के घर के इर्द-गिर्द रहने वाले रहवासियों का आरोप है कि यहां की नालियां गायब हो गयी हैं इन नालियों को कोई गायब नहीं किया है बल्कि झाडिय़ों के आगे दूर-दूर तक नजर नहीं आतीं.
काफी तलाशने के बाद ही पता चलता है कि यहां नालियां हैं। नालियों की सफाई साल में एक बार भी नहीं हो रही है। रहवासियों का यह भी आरोप है कि एक दशक से नालियों का निर्माण हुआ है. CM Helpline
पूरे एक दशक के दौरान तकरीबन बमुश्किल से तीन-चार बार ही साफ-सफाई नपानि के द्वारा करायी गयी है। नालियों की सफाई न होने से घरों का गंदा पानी सड़कों पर फैल रहा है और नालियां दुर्गंध मार रही हैं। कई बार इसकी शिकायत नगर पालिक निगम के जिम्मेदार अधिकारियों एवं पूर्व पार्षद से भी की गयी थी लेकिन उस दौरान के पार्षद ने कभी भी वार्ड की समस्याओं को ध्यान नहीं दिया. CM Helpline
यही कारण है की मतदाताओं ने उन्हें सबक भी सिखा दिया है। पूर्व पार्षद के कार्यकाल में वार्ड में समस्याओं का अंबार लगा हुआ था और यही कारण है की नालियों की सफाई सालों तक नहीं हो रही है। हालांकि नये पार्षद से लोगों ने काफी उम्मीद जतायी है। फिर भी चुनाव संपन्न हुए डेढ़ महीने का वक्त गुजर गया है. CM Helpline
ननि का एक भी सफाई अमला इस मोहल्ले में दस्तक नहीं दिया। जबकि मौजूदा समय में नालियों की दुर्दशा देखकर हर कोई नगर निगम के अधिकारियों को कोस रहा है। फिलहाल रहवासियों ने वार्ड में व्याप्त समस्याओं को लेकर नगर निगम के अधिकारियों को कोसने एवं गंभीर आरोप लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. CM Helpline
रहवासियों के मुताबिक स्वच्छ भारत अभियान में केवल कागजों में ही प्रगति हुई है धरातल पर जैसे स्थिति पहले थी वही आज भी है। थोड़ा-बहुत 19-20 हुआ है। कुछ अधिकारी अपने जेब गरम करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ा है। यहां के रहवासियों ने महापौर रानी अग्रवाल, स्पीकर देवेश पाण्डेय, पार्षद संतोष शाह एवं निगमायुक्त का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मोहल्ले की साफ-सफाई कराये जाने की मांग किया है. CM Helpline
कई बार सीएम हेल्पलाईन में की गयीं शिकायतें
बताया जाता है कि यहां के रहवासियों ने नाली सहित अन्य समस्याओं को लेकर कई बार सीएम हेल्पलाईन 181 में शिकायतें की गयीं। लेकिन इन शिकायतों का निराकरण नहीं किया गया और शिकायत को ही बिना किसी सूचना के ही बंद कर दिया जाता है। रहवासियों का आरोप है कि ननि अधिकारी इसमें भी खेला कर लेते हैं और इसमें भी खेला करने में माहिर हैं। शिकायत को पता नहीं चलता और अपने आप ही शिकायतें क्लोज कर दी जाती हैं। सीएम हेल्पलाईन से भी लोगों का विश्वास उठता जा रहा है. CM Helpline
Gangi Panchayat : पीसीसी के निर्माण कार्य में भी अनियमितता,नहीं बनी नाली जनपद पंचायत चितरंगी क्षेत्र के गांगी पंचायत का मामला
सिंगरौली 11 सितम्बर। जनपद पंचायत चितरंगी के ग्राम पंचायत गांगी के वार्ड क्र.1 उत्तर टोला में पीसीसी के निर्माण कार्य में जहां व्यापक अनियमितता एवं गुणवत्ता विहीन कार्य कराया गया था। वहीं अब नाली निर्माण के भुगतान को लेकर ग्रामीणों ने पूर्व सरपंच व सहायक यंत्री, उपयंत्री को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है।
Gangi Panchayat–दरअसल ग्राम पंचायत गांगी के वार्ड क्र.1 उत्तर टोला में करीब 2 वर्ष पूर्व पीसीसी सड़क का निर्माण कार्य तकरीबन 4 सौ मीटर दूरी तक कराया गया था। इस निर्माण कार्य में गुणवत्ता की धज्जियां उड़ायी गयी थी। उस दौरान के सरपंच राधिका देवी पति मुन्नीलाल के कार्यकाल में कार्य हुआ था.
आलम यह था कि बिना बेस के ही पीसीसी करा दिया गया था। डब्ल्यूबीएम का नामो निशान नहीं था। इसका विरोध भी बस्ती के लोगों ने किया था। किन्तु जनपद के तत्कालीन जिम्मेदार अधिकारियों ने उनकी शिकायतों को नजरअंदाज करते हुए सहायक यंत्री एवं उपयंत्री ने मूल्यांकन कर दिया और लाखों रूपये राशि भी आहरित कर ली गयी. CM Helpline
इस खेल में पूर्व सरपंच, सचिव के साथ-साथ सहायक यंत्री एवं उपयंत्री की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। इस पंचायत में पंच परमेश्वर के तहत अन्य कई कार्य हुए हैं। जिसमें व्यापक कमीशनखोरी की गयी है। ग्रामीणों ने उक्त सड़क के निर्माण कार्य की जांच कराये जाने कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ से की है. CM Helpline
इस्टीमेट में नाली भी,धरातल से गायब
सूत्र बता रहे हैं कि पीसीसी के साथ-साथ नाली निर्माण के लिए भी पंच परमेश्वर योजना से करीब 11 लाख रूपये की मंजूरी मिली थी। नाली निर्माण के लिए करीब 4 लाख रूपये इस्टीमेट में शामिल था। किन्तु मौके पर नाली का निर्माण कार्य नहीं हुआ है. CM Helpline
इस तरह के आरोप ग्रामीण लगा रहे हैं और उनका यह भी कहना है कि 11 लाख रूपये पूर्व सरपंच, सचिव के द्वारा आहरित कर लिया गया है। उपयंत्री व सहायक यंत्री ने बिना साइड का निरीक्षण किये ही निर्माण कार्य का मूल्यांकन भी कर दिया है। इस पंचायत में व्यापक पैमाने पर स्वीकृत निर्माण कार्यों में गोलमाल एवं अनियमितता की गयी है. CM Helpline