जहां एक तरफ पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है लोगों की आय के साधन न केवल कम हुए हैं बल्कि पूरी तरह से ठप्प हो गए हैं। ऐसे में अब टेलीकॉम कंपनियां अपने रिचार्ज प्लांस महंगे करने जा रही है। बता दे कि पिछले साल दिसंबर माह में टेलीकॉम कंपनियों ने अपने रिचार्ज प्लान महंगे किए थे जिससे आम यूजर्स को काफी दिक्कतें होने लगी थी हालांकि किसी कदर लोग इसकी आदत डाल रहे थे कि अब खबर है कि एक बार फिर से आपके मोबाइल का Call और Internet का खर्चा बढ़ सकता है यह बढ़ोतरी दो चरण में हो सकती है जिसका पहला चरण 6 महीने के भीतर संभव है यह दावा Ernst & Young की रिपोर्ट में किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार टेलीकॉम से घाटे भरपाई के लिए call और Internet की कीमत बढ़ाने की संभावना है। यह दरें 12 से 18 महीने में दो चरणों में बढ़ाई जा सकती हैं जिसका पहला चरण 6 महीने में हो सकता है। EY के लीडर प्रशांत सिंघल के अनुसार, अभी के हिसाब से दरों में तत्काल वृद्धि उचित नहीं लगती।उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में उपभोक्ताओं के लिए जो खर्च है वो ठीक ठाक तौर पर कम है और आने वाले दिनों में यह बढ़ सकते हैं। हालांकि, यह जरूरी नही है कि यह होगा ही।
जानने लायक है कि भारतीय बाज़ार में एयरटेल और वोडाफ़ोन-आइडिया की राजस्व के मामले में आधे से ज़्यादा हिस्सेदारी है. ये कंपनियां Call और Internet की दरों में इजाफे की मांग कर चुकी हैं। उनके द्वारा जो मांग की गई है वो काफी ज्यादा है और अब इस रिपोर्ट पर यकीन करें तो आने वाले एक से डेढ़ साल में आपके कॉलिंग और इंटरनेट का बिल कई गुना बढ़ सकता है। वोडाफोन समेत अन्य कंपनियां इसी साल फरवरी में मोबाइल डेटा की दर 35 रुपए प्रति जीबी करने की मांग कर चुकी है जो वर्तमान दरों से 8 गुना तक ज्यादा है।