सिंगरौली 19 दिसम्बर। जिले की पुलिस भी सूदखोरों के विरूद्ध सख्त रवैया अपना लिया है। एसपी के निर्देश पर नवानगर पुलिस ने दो सूदखोरों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए उनके कब्जे से स्कार्पियो वाहन व 8 मोटर साइकिल, दर्जनभर चेक बुक बरामद करते हुए सूदखोर महिला व पुरूष को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई नोडल अधिकारी व एसडीओपी मोरवा राजीव पाठक के मार्गदर्शन में नवानगर टीआई रावेन्द्र द्विवेदी ने की है।
जानकारी अनुसार सूदखोरी से परेशान फरियादी ओम प्रकाश शाह पिता स्व.केवल प्रसाद शाह उम्र 26 वर्ष निवासी माजनकला ने बीते दिन नवानगर थाने में तहरीर दी कि उसने सन 2019 में बृजेश शाह से 1 लाख उधार लिए थे जिसके एवज में उसने मूलधन व ब्याज समेत उसे 1 लाख 60 हजार चुका भी दिए, परंतु फिर भी बृजेश शाह द्वारा उसे 3 लाख अतिरिक्त ब्याज बताकर परेशान कर रहा है। आरोपी बृजेश शाह एवं उसके सहयोगी रेशमा खान ने बीते शुक्रवार अमलोरी तिराहे पर रोककर उसकी स्कॉर्पियो गाड़ी भी यह कहते हुए ले ली कि पहले 3 लाख ब्याज चुकाओ फिर अपनी गाड़ी ले जाना और यदि किसी को बताया तो तुम्हें जान से खत्म कर देंगे। इतना ही नहीं उन्होंने फरियादी ओमप्रकाश से मिले ब्लैंक चेक को आधार बनाते हुए उसे कोर्ट ले जाने और जेल में सड़ाने की धमकी भी दी। इस मामले में पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र सिंह के निर्देशन में सीएसपी देवेश कुमार पाठक के मार्गदर्शन में सूदखोरी के उन्मूलन के लिए जिले के नोडल अधिकारी राजीव पाठक की निगरानी में थाना प्रभारी नवानगर रावेन्द्र द्विवेदी द्वारा गठित टीम ने फरियादी की तहरीर पर आरोपी बृजेश कुमार शाह पिता रामबिचारे शाह उम्र 28 वर्ष निवासी बेलौहा टोला थाना नवानगर एवं उसके सहयोगी रेशमा खान पति इश्तियाक अहमद खान उम्र 36 वर्ष निवासी घूरीताल पूर्व थाना बैढऩ जिला सिंगरौली को धारा 386 आईपीसी एवं मध्य प्रदेश ऋणियों का संरक्षण अधिनियम 1937 की धारा 3/4 के तहत गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की इस कार्यवाही से सूदखोरों में हड़कंप मच गया है।
वसूली के लिए महिला सहयोगी का करता था इस्तेमाल
तत्संबंध में पुलिस ने बताया कि पीडि़त लोगों को धमकाने और पैसे की वसूली के लिए वह अपनी महिला सहयोगी को आगे कर दिया करता था जिससे कि कोई उससे उलझ न सके। पुलिस को उनके पास से पीडि़त की स्कॉर्पियो समेत 8 मोटर साइकिल स्कूटी एवं तीन रिक्त हस्ताक्षरसुदा चेक एवं उधार के पैसे के एवज में तैयार की गई नोटरी भी बरामद हुई है।
कार्रवाई में इनकी रही भूमिका- सूदखोरी पर कार्रवाई के मामले में वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा उपनिरीक्षक राममिलन तिवारी, एएसआई जिवेंद्र मिश्रा, प्रधान आरक्षक जानकी तिवारी, अजीत सिंह, अवध लाल सोनी, आरक्षक सतीश बागरी की भूमिका रही।