Indian Railway Station : भोपाल. कहां जा रहा है कि मध्य प्रदेश के रेलवे स्टेशनों में काफी बदलाव होने जा रहा है. यह बदलाव यात्रियों के सुरक्षा के लिए किया जा रहा है.अब सीसीटीवी कंट्रोल रूम की जिम्मेदारी जीआरपी करेगी. ताकि महिला यात्रियों से सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े ना होने पाए.यह इसलिए किया गया है ताकि अपराध रोकने में मदद मिल सके.
Indian Railway Station : कहां जा रहा है कि रेलवे के सीसीटीवी कैमरे की लाइट फिट जीआरपी को देने की तैयारी की जा रही है. जिसकी शुरुआत मार्च के महीने में की जा सकती है. प्रदेश के हर स्टेशन के हर प्लेटफार्म पर क्या चल रहा है. इस पर कंट्रोल रूम से लाइव नजर जीआरपी पुलिस नजर रखेगी. अब तक जीआरपी को सिर्फ रिकॉर्डिंग मिलती थी लेकिन कंट्रोल उनके हाथ में नहीं था. लेकिन रेलवे ने बड़ा फेरबदल करने की तैयारी शुरू कर दी है.Indian Railway
बताया जाता है कि अपराध को रोकने के लिए रेलवे विभाग ने यह कदम उठाया है.महिला यात्रियों और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के लिए जीआरपी के द्वारा यह पहल की जा रही है.जहां जीआरपी प्रतिदिन अकेले यात्रा कर रही महिला यात्रियों से बातचीत कर करेगी साथ ही जीआरपी ने 67504 महिला यात्रियों से चर्चा कर उन्हें सुरक्षा प्रदान की है. यही वजह है कि रेलवे ने यह बड़ा निर्णय लेते हुए जीआरपी को जिम्मेदारी देने की तैयारी कर रही है. Indian Railway
बताया जाता है कि रेलवे ने भोपाल मंडल के भोपाल और इटारसी जीआरपी थाने को फिर भी है यहां पुलिस प्लेटफार्म की गतिविधियों को लाइव देखती है और तत्काल एक्शन लेती है.इसके अलावा जीआरपी भोपाल मंडल के भोपाल खंडवा और ग्वालियर स्टेशन पर जीआरपी ने खुद के सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. इन कैमरों से पुलिस स्टेशन की निगरानी करती है. स्टेशनों पर 15 से 20 कैमरे लगाए गए हैं. रेलवे के कैमरों की फीड मिलने से सीसीटीवी कैमरे की संख्या बढ़ जाएगी.Indian Railway
कहा जा रहा है कि रेलवे के लंबे समय से पत्राचार और बातचीत चल रही थी. अब रेलवे अपने सीसीटीवी कैमरों की फिर जीआरपी कंट्रोल रूम को देने के लिए तैयार हो गया है. इससे स्टेशनों की बेहतर निगरानी होगा साथ ही पुलिस संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रख सकेगी कहा तो यह भी जा रहा है. रेलवे के सीसीटीवी कैमरों की फिट जीआरपी को दिए जाने के लिए लंबे समय से प्रयास चल रहे हैं. Indian Railway
जीआरपी के पास स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग होती है. इसके बाद जीआरपी के ऊपरी गाड़ी को देखकर अपराधियों और संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान करनी होती थी. जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था लेकिन अब प्रदेशभर की स्टेशनों पर लगे कैमरों की फीस जीआरपी कंट्रोल करेगी. ऐसे में जीआरपी को राहत मिल जाएगी और अपराधियों को पकड़ने में समय नहीं लगेगा.