Singrauli news : सिंगरौली। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास अधिकारी फिर से चर्चाओं में आ गये हैं। दो कथित फर्मो पर इनकी दरियादिली विभाग में ही चर्चाओं का गर्म है। वहीं अंश पर दयादृष्टि भी चर्चा का विषय बना हुआ है। उधर पिछले वर्ष सरई में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आगमन के दौरान व्यवस्थाओं में खर्च रकम को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं।
दरअसल महिला एवं बाल विकास सिंगरौली के जिला कार्यक्रम अधिकारी एक बार फिर से चर्चा में आ गये हैं। हालांकि इनके पूर्व के कारनामे किसी से छूपे नहीं है और वह जगजाहिर है। सूत्र बता रहे है कि दो कथित फर्मा पर डीपीओ साहब कुछ ज्यादा ही भरोसा कर लम्बा खेल खेल रहे हैं। यह कथित फर्म पर इतना दरियादिली दिखा रहे हैं कि कई तरह के बिल बाउचर कर राशि की बन्दरबाट करने का हर संभव प्रयास में लगे हुये हैं। सूत्र यह भी बताते हैं कि पिछले वर्ष सरई मुख्यालय में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आगमन हुआ था। Singrauli news
जहॉ मुख्यमंत्री ने तेदूपत्ता लाभांश वितरण के साथ -साथ लाड़ली बहना योजना का शुभारंभ किया था और इन व्यवस्थाओं का जिम्मा वन विभाग को था लेकिन महिला बाल विकास भी बहती गंगा में हाथ धोने की जुगत में लगा हुआ है। कई तरह के खर्च दिखाकर राशि का हेर-फेर करने और बजट मुहैया कराने जाने के फिराक में है। हालांकि अभी तक भुगतान नहीं है। ऐसी खबरे सामने आ रही हैं। उधर इन दिनों दो कथित फर्मो के कर्ता-धर्ता डीपीओ साहब के ज्यादा भरोसेमंद है और इन्ही के बिल बाउचर अधिकांश कार्यो में संलग्न किये जा रहे हैं। चर्चा है कि यदि इसकी गहराई से जांच की जाये तो कई चौकाने वाले मामले सामने आ सकते हैं। Singrauli news
फर्म का प्रतिष्ठान ढूढ़ते रह जायेंगे
डीपीओ साहब के अत्यंत भरोसेमंद दो फर्म इन दिनों काफी सुर्खियों में है। सूत्र बता रहे हैं कि यदि कथित फर्मों के प्रतिष्ठान के ठिकानों का पता लगाये तो उसे ढूढ़ते रह जायेंगे। जहॉ का पता बताया जा रहा है वहॉ दुकानें नजर नहीं आती। कहीं ना कहीं गड़बड़झाला है और इस गड़बड़झाले के बीच डीपीओ साहब की मेहरबानी भी आईसीडीएस विभाग में काफी चर्चाए हैं।कौन है आशीष, दफ्तर में दखलआशीष नामक व्यक्ति आईसीडीएस विभाग में किसी तरह का कर्मचारी है और ना ही कलेक्टर रेट पर काम करता है। फिर भी उक्त व्यक्ति दफ्तर खुलने से लेकर दफ्तर बन्द होने तक साहब के इर्द-गिर्द ही लगा रहता है। इतना ही नहीं कम्प्यूटर का कामकाज उक्त दफ्तर में ही बैठकर निपटाता है। साथ ही यह भी चर्चा है कि आशीष डीपीओ के दफ्तर में दखल भी देखा है जो इन दिनों कथित आशीष के दखल को लेकर कथित आईसीडीएस विभाग सुर्खियॉ बटोरे हुये है। Singrauli news