चितरंगी 18 जुलाई। चितरंगी क्षेत्र में अघोषित बिजली कटौती उपभोक्ताओं के लिए गले की फास बन गयी है। यहां तक की बिजली गुल होते ही थानों में फरियादियों के एफआईआर लिखने में कई घण्टों का वक्त लग जाता है। यह समस्या आज से नहीं विद्युत सब स्टेशन क्षेत्र में कई महीने से है। लेकिन कनिष्ट अभियंता शेड्यूल कटौती बताकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ ले रहे हैं।
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ौरतलब हो कि चितरंगी में अघोषित कटौती व आंख मिचौली तथा लो वोल्टेज की विकराल समस्या बनी हुई है। आलम यह है कि बगैया, चितरंगी बिजली सेवा बहाल होने के बावजूद अभी भी उपभोक्ताओं को अघोषित कटौती का सामना करना पड़ रहा है। बिजली की आंख मिचौली आम बात हो चुकी है। बिजली के इस अघोषित कटौती से सरकारी कामकाज पर व्यापक असर पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि जब थानों में फरियादी रिपोर्ट दर्ज कराने जाते हैं तो इस दौरान पुलिस द्वारा एफआईआर लिखते वक्त बिजली गुल हो गयी तो फरियादियोंं के साथ-साथ पुलिस को भी बिजली के आने का भी घण्टों इंतजार करना पड़ता है। ऐसी ही समस्या आज रविवार की देर शाम से लेकर रात 9 बजे तक गढ़वा थाने में भी बनी रही। जहां आंख मिचौली के चलते एफआईआर दर्ज करने में घण्टों बिजली के आने का इंतजार पुलिस को करना पड़ा। फिलहाल बिजली के अघोषित कटौती से उपभोक्ताओं को कब राहत मिलेगी यह संशय की स्थिति बनी हुई है। अब प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी दिग्विजय सिंह सरकार के कार्यकाल की तरह कोसना शुरू कर दिये हैं।