विगत दिनों छत्तीसगढ़ प्रांत के जशपुर जिले में दुर्गा विसर्जन के दौरान हुआ था सड़क हादसा
सिंगरौली 16 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ प्रांत के जशपुर जिले के पत्थलगांव समीपस्थ बाजारपारा स्थान में कल विजयदशमी पर्व पर दुर्गा विसर्जन के दौरान गांजा तस्करों ने अनियंत्रित गति से कार वाहन चलाते हुए कई लोगों को कुचल दिया था। जहां घटना स्थल पर ही एक युवक की दर्दनाक मौत हो गयी थी और तकरीबन डेढ़ दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गये थे। दोनों गांजा तस्करों को छग पुलिस ने दबोच लिया। इस दौरान पता चला कि दोनों आरोपी सिंगरौली जिले के हैं। तो वहीं आरोप लगने लगा है कि दोनों आरोपी भाजपा से जुड़े हुए हैं।
इस संबंध में सिंगरौली भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र गोयल ने उक्त घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए घटना को अत्यंत दु:खद बताया और कहा है कि दोनों आरोपियों से भाजपा का कोई लेना देना नहीं है ना हीं वो भाजपा के प्राथमिक सदस्य भी नहीं हैं। यह सुनियोजित षड्यंत्र पूर्वक भाजपा को बदनाम करने की विपक्षियों की एक चाल है।भाजपा जिलाध्यक्ष ने अपने विज्ञप्ति मे आगे कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस दोनों आरोपियों के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे। घटना का जो वीडियो सामने आया है वह दिल दहला देने वाला है। भाजपा कभी भी अपराधियों को संरक्षण नहीं देती है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए भाजपा को बदनाम करने के लिए दुष्प्रचार करने का प्रयास कर रही है।
श्री गोयल ने कांग्रेस के केन्द्रीय नेतृत्व को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी राहुल गांधी एवं प्रियंका बाड्रा गांधी घटना का दु:ख जताने एवं मृतक के परिजनों से मिलने जा सकते हैं तो क्या
जशपुर जिले के पत्थलगांव समीपस्थ बाजारपारा में हुए हादसे के बाद मृतक के परिजनों को सांत्वना देने व घायलों का कुशलक्षेम जानने आ सकते हैं क्या? भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि यहां भी राहुल गांधी एवं प्रियंका बाड्रा गांधी को आना चाहिए और जशपुर जिले के एसपी के विरूद्ध कार्रवाई होनी चाहिए। जब प्रतिमा विसर्जन के लिए जुलूश निकाला गया था तो रूट को क्यों नहीं डायवर्ट किया गया था। जुलूश के रास्ते से वाहनों के आने जाने की अनुमति क्यों दी गयी।
भाजपा जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गोयल ने कहा कि छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल की सरकार फेल साबित हुई है।
एसपी को बचाने के लिए तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित करना कोई बड़ी कार्रवाई नहीं है। जशपुर एसपी का निलंबन हो और मृतक गौरव अग्रवाल के
परिजन को एक सरकारी नौकरी तथा कम से कम 1 करोड़ रूपये व घायलों को 50-50 लाख रूपये की सहायता राशि उपलब्ध कराना चाहिए।