सिंगरौली – एक ब्लाक मेडिकल आफिसर समेत उसके परिवार के 4 लोग एक साथ निकले कोरोना पॉजीटिव,स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। जो ब्लाक आफीसर कोरोना संक्रमित पाए गये हैं वह एक कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए उत्तर प्रदेश के बलिया गए हुए थे। लौट के आने के बाद जब डॉ व उनके परिवार की तबीयत बिगड़ी तो उनका कोरोना टेस्ट कराया गया जहां डॉक्टर व उनकी पत्नी सहित दो बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम से लौटने के बाद डॉक्टर ना केवल लोगों से मिलते जुलते रहे साथ ही मरीजो का इलाज भी करते रहे। बताया जा रहा है कि ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर बलिया में एक तिलक कार्यक्रम में परिवार सहित भांजे भतीजे के साथ गए थे। कोरोनावायरस को हटाने के बाद स्वास्थ्य महकमे सहित जिला प्रशासन मैं चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती है। जिले में कुल 11 एक्टिव केस हैं.
बिना परमिशन लिए उत्तर प्रदेश के गये थे बलिया— ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर सीएमएचओ से कार्यक्रम में जाने के लिए ऑफिशल परमिशन मांगी लेकिन सीएमएचओ ने मना कर देने पर बिना अनुमति के ही मेडिकल ऑफिसर ने तिलकोत्सव कार्यक्रम में सम्मिलित हुए वहां से वापस आने के बाद खुद को क्वारंटाइन नहीं किया साथ ही अपनी बीएओ कुर्सी प्रेम के चलते न केवल स्वास्थ्य महकमे को खतरे में डाला बल्कि इस दौरान व सैकड़ों मरीजों का इलाज भी किए। इस बीच जब उनके पत्नी व भांजे वह बंटी की तबीयत खराब हुई तो जिला अस्पताल इलाज कराने पहुंचे जहां कोरोना टेस्ट कराने पर चारों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई । पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य महकमा डॉक्टर की ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी जुटाने में लगा है। पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद डॉ सहित पूरे परिवार को आइसोलेट कर दिया गया है.
सैंपल देते समय पत्नी व बच्चों की जगह नौकरानी व उसके बच्चों का नाम लिखवाया !
कोरोना पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य महकमा सहित जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया बता दें कि ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर खुद को क्वॉरेंटाइन होने से बचाने के लिए प्रशासन से अपनी ट्रैवल हिस्ट्री छुपाई।इतना ही नहीं सैंपल देते समय अपनी पत्नी व बच्चों के नाम की जगह नौकरानी व उसके बच्चों का नाम लिखवा बच्चों कर सैंपल दिया ! लेकिन कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य महकमा जब नौकरानी के पास पहुंचा तो इस बात का खुलासा हुआ कि कोरोनावायरस पॉजिटिव रिपोर्ट नौकरानी का नहीं बल्कि डॉक्टर व उसकी पत्नी व बच्चों का है।अब यदि सिंगरौली जिले में कोरोना विस्फोट हो जाए तो हैरानी नहीं होगी अब देखना यह है कि डॉक्टर के इस लापरवाही को लेकर प्रशासन क्या कार्यवाही करता है।
डॉक्टर बना कोरोना बंम !
कोरोना महामारी में जहां एक तरफ डॉक्टरों को कोरोना वॉरियर्स कहा जा रहा है जगह जगह सम्मान किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ सिंगरौली जिले का एक डॉक्टर सारे नियमों को ताक पर रखते हुए कई जिंदगियों को दांव पर लगा दिया है जी हां यह डॉक्टर बिना विभागीय परमिशन की न केवल दूसरे प्रदेश में गया बल्कि वापस आने के बाद गुपचुप तरीके से अपनी डॉक्टरी पेशे में लग गया इस दौरान सैकड़ों लोगों का इलाज भी किया। डॉक्टर को डर था कि यदि उसके बाहर जाने की खबर स्वास्थ हमले को लग गया तो उसे 14 दिन के लिए क्वारंटाइन होना पड़ेगा ऐसी परिस्थितियों में उसे आर्थिक नुकसान भी हो सकता है। डॉक्टर की इस लापरवाही पर अब स्थानीय लोगों से कोरोना बंम कहने लगे हैं !
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