सिंगरौली 22 सितम्बर। एनसीएल परियोजना निगाही में कोयला के परिवहन में हेर-फेर का मामला सामने आने के बाद परियोजना के अफसरों में हड़कम्प मच गया है। ट्रक वाहन के मालिक ने नवानगर थाने में पहुंच शिकायत पत्र दिया था। जहां आनन-फानन में कोल से लदे वाहनों को परिवहन करने की इजाजत दे दी गयी। हालांकि अब यह कोयला निगाही के बदले बी ब्लाक गोरबी से उठाव हुआ है।
गौरतलब हो कि बृजेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने नवानगर थाने पहुंचकर एनसीएल परियोजना निगाही में कोयला टीपी के हेरफेर व फर्जीवाड़े की लिखित शिकायत कर परियोजना में हड़कम्प मचा दिया। 3 ट्रकों की टीपी 12 सितम्बर को उक्त परियोजना से जारी की गयी थी। जहां 7 हजार किमी दूरी सफर करने का जिक्र था और जब वाहन मालिक के पिता ने यह सनसनीखेज खुलासा कर न्याय की गुहार लगाया तो अब आनन-फानन में परियोजना के दीपक सिंह टीपी जारीकर्ता अधिकारी ने वाहन मालिक को टीपी निरस्त होने की जानकारी फोन पर दे दिया। वहीं बी ब्लाक गोरबी परियोजना में 5 दिनों से कोयला लेकर खड़े वाहनों के हर्जाने की भरपाई कौन करेगा? यह एक बड़ा प्रश्रचिन्ह खड़ा होने लगा है। तो वहीं वाहन मालिक का आरोप है कि कोयले के फर्जी टीपी के खेल में एसबीसी के ठेकेदार व टीपी जारीकर्ता अधिकारी की भूमिका संदिग्ध है। इसकी उच्च स्तरीय जांच हो और दोषीजनों के विरूद्ध कार्रवाई हो। उनका यह भी आरोप है कि परियोजना में कोल माफिया पूरी तरह से हावी हैं। यह तो एक बानगी है। परियोजना में बड़ा रैकेट सक्रिय है। वहीं इस संबंध में नवानगर टीआई यूपी सिंह ने कहा कि इसकी जांच गंभीरता से की जायेगी और शक की सुई टीपी जारीकर्ता की ओर घूम रही है। जांच के बाद ही कुछ बता पायेंगे।