भोपाल — मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर जमकर उत्पात मचा रही है आज आए आंकड़ों के मुताबिक अब तक के सभी रिकॉर्ड टूट गए हैं बीते 24 घंटे में 38306 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे जिसमें से 6489 संक्रमित मिले हैं जबकि 37 लोगों की मौत हो गई है चौंकाने वाली बात यह है कि यह आंकड़े मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में लॉक डाउन और नाइट कर्फ्यू के बाद सामने आए हैं इन आंकड़ों ने एक बार फिर शिवराज सरकार की चिंता बढ़ा दी है.
सूत्रों की माने तो मध्यप्रदेश में रविवार को कुल 29306 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे जिसमें से 6489 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है जिसके बाद संक्रमण की दर रिकॉर्ड स्तर पर 17 फीसद पहुंच गई है इंदौर में 923 भोपाल में 424, ग्वालियर में 497 जबकि जबलपुर में 469 नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. इस बीच चिंता बढ़ाने वाली बात है कि 37 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया इन आंकड़ों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि हालात कितने भयावह बन रहे हैं।
वर्तमान स्थिति की बात करें तो भोपाल इंदौर ग्वालियर और जबलपुर के बाद विदिशा उज्जैन रतलाम राजगढ़ सागर रीवा नरसिंहपुर बालाघाट बड़वानी और बैतूल में भी हालात बिगड़ ना शुरू हो गए हैं। सिंगरौली जिले में कोरोना संक्रमण बड़ा तो कलेक्टर ने 15 अप्रैल तक लॉक डाउन बढ़ा दिया है और अब हर दिन 100 से अधिक पॉजिटिव केस मिल रहे हैं अब केवल सीधी निवाड़ी सहित 7 जिले ऐसे हैं जहां 1 दिन में 20 या उससे कम केस मिल रहे हैं।
बिगड़ते हालातों पर सीएम शिवराज सिंह की पैनी नजर है सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में रेमदेसीविर इंजेक्शन की आपूर्ति जारी है मुझे विश्वास है कि दो-तीन दिन में इसका संकट पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा यह इंजेक्शन मेडिकल कॉलेज सहित जिला अस्पतालों में लगातार भेजे जा रहे हैं ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए 2008 सीजन कंसंट्रेटर खरीदने के ऑर्डर दिए गए हैं पेशेंट बढ़ेंगे तो सिलेंडर के साथ ही कंसंट्रेटर भी काम आएंगे श्री चौहान ने आगे कहा कि आवश्यक उपकरण और दवाओं की कमी ना आए यह सुनिश्चित किया जा रहा है हमने निजी अस्पतालों को ऑफर दिया है कि उन्हें हम जगह उपलब्ध कराएंगे और वह अपना सिस्टम लगाएं और अपना अस्पताल शुरू करें कुछ निजी अस्पतालों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है उन से चर्चा जारी है हम हर परिस्थिति में बिस्तरों की संख्या बढ़ाना चाहते हैं
मध्यप्रदेश में Remdesivir की आपूर्ति लगातार जारी है, मुझे विश्वास है कि दो तीन दिन में इसका संकट पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। ये इंजेक्शन मेडिकल कॉलेज और ज़िला अस्पतालों में लगातार भेजे जा रहे हैं। pic.twitter.com/NRyk8x4bnf
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 12, 2021