- बोरिंग से निकलती आग ग्रामीणों के लिए बनी मुसीबत।
- बोरिंग से निकलती गैस की ओएनजीसी की टीम ने लिए थे सेम्पल।
- गैस की दुर्गन्ध औरआग से निकलने वाले धुंए से गांव वालों को बीमारी फैलने का भय।
- सिर दर्द, बेचैनी, घबराहट, उल्टी ,पेट दर्द जैसी बीमारियों के होने की असंका।
- प्रशासन की व्यवस्थाओं से असंतुष्ट ग्रामीण उच्च स्तर पर स्वास्थ्य परीक्षण की मांग।
मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के गुन्नौर तहसील से करीब 5 किलोमीटर दूर चौंकाने वाली खबर आ रही है जहां एक स्कूल में बोरिंग मशीन से पानी निकालने के लिए खुदाई हुई तो उसमें पानी की जगह आग की लपटें निकलने लगी.बोरिंग से ज्वलनशील गैस निकलने के चलते बोरिंग मशीन में आग लगने की घटना सामने आई थी। आग बुझने के बाद ओएनजीसी का जांच दल भी आया था जांच दल द्वारा बोरिंग से गैस का सेम्पल भी लिया गया था और गैस की दुर्गंध कम करने और क्षमता का पता लगाने के लिए दुबारा से बोरिंग में आग लगवा दी गई थी जो लगातार करीब 5 दिन से जल रही है।
पन्ना जिले में माध्यमिक स्कूल झुमटा में पीने के लिए पानी निकालने के लिए विद्यालय द्वारा शासकीय राशि से बोरवेल कराया जा रहा था. उस समय वहां हड़कंप मच गया जब बोरिंग मशीन द्वारा लगभग 50 फीट की खुदाई होने के बाद पानी की जगह अचानक आग की लपटें निकलने लगी. देखते ही देखते भयानक आग लगने से मशीन जलने लग गई.इसको देखकर आसपास हुजूम लग गया. तत्काल स्थानीय लोगों ने गुनौर पुलिस तथा प्रशासन को सूचना दी सूचना मिलते ही नगर परिषद की फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची. फायर ब्रिगेड द्वारा बोरिंग मशीन में लगी आग को बुझाने का काफी प्रयास किया लेकिन आग और बढ़ने लगी. कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया गया.
वही घटना के बाद से ग्रामीण खासे परेशान है ग्रामीणों का कहना है कि इस बोरिंग से निकलती गैस से और इसके आग के धुएं से प्रदूषण फैल रहा है जिससे गांव में बीमारी फैलने का भय है।घटना के बाद से बच्चों का स्कूल भी दूसरे गांव में लग रहा है जिसके चलते बच्चे भी दूसरे गांव भी पढ़ने नही पहुंच पा रहे। वही इस आग से निकलने वाले धुंए से बीमारी फैल सकती है, सिरदर्द, बेचैनी ,घबराहट ,उल्टी जैसे लक्षण जैसे बीमारियों के मरीज भी बन रहे हैं। प्रशासन स्तर पर नाम मात्र का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया।
बतादें की माध्यमिक शाला झुमटा में कुछ दिन पूर्व बोरिंग करते समय अचानक आग लग गई थी जिससे बोरिंग मशीन भी जलकर खाक हो गई थी। वही कलेक्टर पन्ना का कहना है कि देहरादून से ओएनजीसी का जांच दल परीक्षण कर रहा है लगातार गांव के लोगो का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जा रहा है, साथ ही बच्चों के स्कूल भी गांव में लगाने की व्यवस्था बना रहे हैं जल्द ही गांव की समस्याओं को दूर कर दिया जाएगा।