सिंगरौली। हर घर बिजली कनेक्शन (सौभाग्य) योजना में भ्रष्टाचार की पोल मंडला-डिंडौरी के बाद कई दूसरे जिलों में खुल रही है। जिलों में सौभाग्य योजना में जमकर गोलमाल हुआ है जिसमे करीब 42 करोड़ का घोटाला हुआ है। सूत्रों की माने तो 100 करोड़ से अधिक का घोटाला किया गया है ! घोटाले में करीब 79 अधिकारी शामिल है अभी सीधी, सिंगरौली और सतना के बाद जांच का दायरा शहडोल संभाग में पहुंच गया है। शहडोल समेत उमरिया और अनूपपुर जिले में सौभाग्य योजना में घोटाले के आरोप लगे हैं। इसकी जांच बिजली कंपनी ने शुरू करवा दी है। मुख्य अभियंता शहडोल संभाग को जांच के संदर्भ में नोडल अधिकारी बनाया गया है।
बता दें कि सौभाग्य योजना में करीब 42 करोड़ का घोटाला 6 जिलों में किया गया है जिसमें अधिकारियों के खिलाफ चार्ज शीट दाखिल की गई है लोगों को कागजों में दिया गया बिजली कनेक्शन में गड़बड़ी पाई गई है डिंडोरी मंडला सीधी सिंगरौली सतना रीवा में गड़बड़ी उजागर हुई है जिसके बाद भोपाल सचिवालय सहित अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। सूत्रों की माने तो सौभाग्य योजना में 100 करोड़ से अधिक का घोटाला किया गया है।
शिकायतकर्ता उमरिया जिले के जनप्रतिनिधि हैं, उन्होंने आरोप लगाया कि सौभाग्य योजना के तहत शहडोल, उमरिया और अनूपपुर जिले में कागजों में काम हुए हैं। ठेकेदारों ने बिजली अधिकारियों के साथ मिलकर फर्जी बिल पास करवाए। इसके लिए लाखों रुपये का लेनदेन हुआ। दावे के अनुसार ज्यादातर घरों में बिजली ही नहीं पहुंची जबकि कागजों में घरों को रोशन बताया गया है। ऊर्जा विभाग को भेजी गई शिकायत के बाद पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने इस मामले में जांच करवाने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले कंपनी को मंडला–डिंडौरी और सीधी, सिंगरौली जिले में करीब 29 करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला मिला है। इस मामले में 21 से ज्यादा अधिकारियों को नोटिस भी जारी हो चुका है।