MP Election 2023: मध्यप्रदेश में बीजेपी ने अपनी दूसरी अप्रत्याशित सूची जारी कर दी है। इस लिस्ट में कई दावेदारों को हैरान कर दिया उससे कहीं अधिक राजनीतिक जानकारी को भी हैरान किया है बीजेपी की दूसरी सूची जारी होने के कुछ ही देर बाद इस्तीफा का दौर शुरू हो गया सीधी भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं प्रदेश कार्य समिति के सदस्य राजेश मिश्रा ने यह कहते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया कि मैं राजनीति के अंतिम पड़ाव पर हूं ऐसे में पार्टी टिकट बंटवारे में उन्हें नजरअंदाज किए जाने पर उन्होंने संगठन मंत्री हितानंद को पत्र लिखकर अपना प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। राजेश मिश्रा के इस्तीफा का पत्र अव सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
बता दे कि राजेश मिश्रा सीधी विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी से दावेदारी कर रहे थे लेकिन इस बार भी पार्टी ने उन्हें नजरअंदाज करते हुए टिकट नहीं दिया जबकि सीधी विधानसभा क्षेत्र से तीन बार लगातार विधायक रहे केदारनाथ शुक्ला का टिकट काटते हुए भारतीय जनता पार्टी ने सीधी संसदीय क्षेत्र की सांसद रीती पाठक को टिकट दिया गया है। चर्चा है कि आदिवासी युवक के ऊपर विधायक केदारनाथ शुक्ला का करीबी ने पेशाब कर दिया था जिसके बाद से पार्टी की जमकर किरकिरी हुई थी। तो वहीं अब राजेश मिश्रा ने भाजपा के टिकट बंटवारे से नाराज होकर भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि केदार शुक्ला को भाजपा ने अस्वस्थ किया है कि उन्हें आने वाले लोकसभा चुनाव में टिकट देगी।
क्या है सीधी का चुनावी समीकरण ?
बता दे की सीधी जिले में चार विधानसभा सीट आती हैं। जहां तीन विधानसभा सीट अनारक्षित है जबकि एक सीट आरक्षित है। 2018 में इनमें से तीन में बीजेपी ने जीत हासिल की थी जब की एक में कांग्रेस के गद्दार नेता स्वर्ग इंद्रजीत पटेल के बेटे कमलेश्वर पटेल ने चुनाव जीत कर कांग्रेस की साथ बचा ली थी। सीधी विधानसभा से केदार शुक्ला ने कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश्वर पटेल को हराया था जबकि चुरहट से शरदेंदु तिवारी ने अजय अर्जुन सिंह को हरा दिया था. वही सिहावल से कांग्रेस के कमलेश्वर इंद्रजीत कुमारे ने शिव बहादुर सिंह चंदेल को मात दे दी थी. वही आरक्षित धौहनी सीट पर भाजपा के कुंवर सिंह टेकाम ने कांग्रेस के कमलेश सिंह को पटकनी दी थी।
बीजेपी ने आज अपनी दूसरी सूची सीधी विधानसभा से सांसद रीति पाठक को अपना प्रत्याशी बनाया है. रीति पाठक के नाम की घोषणा होते ही पूर्व जिला अध्यक्ष एवं प्रदेश कार्य समिति के सदस्य राजेश मिश्रा ने अपने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ दे दिया है. चर्चा है कि केदार शुक्ला भी रीति पाठक को टिकट मिलने के बाद से नाराज हैं और वह सांसद रीती पाठक के साथ भीतर घात कर सकते हैं।