PM Narendra Modi सिंगरौली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सिंगरौली नगर निगम अधिकारियों ने झूठी जानकारी दे दी। इस बात का खुलासा पिछले दिनों हुई परिषद बैठक में वार्ड कमांक 38 के पार्षद अनिल वैश्य ने की। उन्होंने कहा कि कई वार्डों में एक हजार से ज्यादा घरों में शौचालय नहीं हैं। महिलाएं खुले में शौच जाने को मजबूर है, महिलाओं के जिल्लत का सामना करना पड़ रहा है। जिसका समर्थन कई पार्षद ने किया। जिम्मेदारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को झूठी जानकारी भेज कर ओडीएफ का तमगा हासिल कर लिया। पार्षदों के आरोप पर नगर निगम अध्यक्ष भी भौचक्के रह गए। लेकिन इस गंभीर मुद्दे पर परिषद ने कोई निर्णय नहीं लिया।
गौरतलब है कि नगर निगम ने 45 वार्डों को खुले में शौच से मुक्त बताकर ऑडियो प्लस का तमगा ले लिया। वॉर्डों में शौचालय नहीं बना, लेकिन लक्ष्य पूरा करने और वाहवाही लूटने के लिए फाइलों में शौचालय निर्माण दिखा दिया गया। इसमें कई वॉर्ड ऐसे थे, जिनमें शौचालय की मांग लंबे समय से की जा रही है।इस पूरे खेल की जानकारी होने पर पार्षद लंबे समय से शिकायत करते हैं लेकिन हर बार शिकायतों पर पर्दा डाल दिया जाता है। PM
चौंकाने वाली बात यह है कि लंबे समय बार्ड क्रमांक 2 मुहेर के लोगों ने शौचालय की मांग करते हुए पार्षद से शिकायत की थी।स्थानीय भाजपा पार्षद राम मिलन भारती के मुताबिक उनके वॉर्ड को खुले में शौचमुक्त कागजों में जरूर कर दिया गया है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है यहां तकरीबन 500 घरों में आज भी शौचालय नहीं बनाए गए हैं। महिलाएं बच्चे और पुरुष मजबूरन खुले में शौच करने जा रहे हैं। वार्ड में शौचालय बनाने की मांग कई बार नगर निगम में कर चुके हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। PM
खुले में सो जाने को मजबूर महिलाएं
वॉर्ड क्रमांक 6 की पार्षद अनारकली ने बताया कि वार्ड में स्लम बस्ती है, जहां 400 से ज्यादा घरों में शौचालय नहीं बना है और ना ही आसपास कोई सामुदायिक शौचालय है ऐसे में लोग खुले में शौच करने को विवश हैं। वहीं वार्ड 45 के पार्षद रमगोपाल पाल ने भी कहा कि एक सैकड़ा घर है जहां शौचालय नहीं बना है। अधिकारी वाहवाही लूटने के लिए बिना शौचालय बने वॉर्ड का नाम ओडीएफ सूची में शामिल कर दिए हैं। जिन अधिकारियों ने शासन को झूठी जानकारी दी है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। PM
शासन को झूठी जानकारी देने वालों पर हो एफआईआर
वार्ड क्रमांक 38 के पार्षद अनिल कुमार वैश्य ने आरोप लगाया कि नगर निगम अधिकारियों ने शासन को नगर निगम को खुले में शौच मुक्त की झूठी जानकारी दी। लेकिन इतने गंभीर मुद्दों पर भी परिषद अध्यक्ष, प्रभारी महापौर और कमिश्नर गंभीरता नहीं दिखाई। सब ने इस ज्वलंत मुद्दे पर मिट्टी डालने का काम किया। वार्ड क्रमांक 2 मुंहेर में करीब 70 से 80 प्रतिशत घरों में शौचालय नहीं बने हैं। महिलाएं खुले में शौच के लिए जाने को मजबूर है। जिन अधिकारियों ने सरकार को झूठी जानकारी देकर नगर निगम को ओडीएफ घोषित करवा दिया। उन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। MP