wrestling competition : सिंगरौली। मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी दंगल- 5 सीजन का आगाज किया गया है. लेकिन इस वर्ष ऐसा लग ही नहीं रहा है. कि सिंगरौली के जिला मुख्यालय बैढ़न के चुन कुमारी स्टेडियम मैं दंगल हो रहा है. क्योंकि इस बार के दंगल में कोई बड़ा चेहरा नहीं दिखाई दे रहा है. दंगल के असफलता के बारे में बात करें तो 8 ऐसे बिंदु हैं.जिसके चलते सिंगरौली के जिला मुख्यालय में होने वाला दंगल फ्लॉप साबित हो रहा है.
1.नहीं हुआ दंगल का प्रचार प्रसार
wrestling competition: चुन कुमारी स्टेडियम में होने वाला दंगल आखिर क्यों इस वर्ष फ्लॉप हुआ है इसको लेकर लोगों की जो राय सामने आ रही है. उसमें यह कहा जा रहा है कि इस बार होने जा रहा दंगा का कमेटी के द्वारा व्यापक तरीके से प्रचार-प्रसार नहीं कराया गया है. जिसके चलते आम जनमानस को यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि सिंगरौली में दंगल हो रहा है. कहीं न कहीं दंगल कमेटी की उदासीनता व लापरवाही के बदौलत दंगल फ्लाफ होता नजर आ रहा है.
2.बड़े चेहरे को नहीं किया गया शामिल
wrestling competition: सिंगरौली में कई बार दंगल का आयोजन कराया गया है. इस दंगल कमेटी के आयोजक के द्वारा किसी बड़े चेहरे को शामिल नहीं किया गया है. प्रतिवर्ष जो दंगल हो रहा था. उसमें भाजपा के बड़े नेता सक्रिय दिखाई देते थे और उद्घाटन करने के लिए किसी मंत्री या बड़े नेता को बुलाया जाता था. इसके लिए दंगल कमेटी पहले से तैयारी करती थी. लेकिन इस बार ऐसा प्रतीत ही नहीं हो रहा है कि दंगल हो रहा है ऐसे में दंगल को फ्लाप होने के कई कारण सामने आ रहे हैं.
3.इस बार नहीं मिला दंगल कमेटी को खजाना
बताया जाता है कि जब नगर निगम सिंगरौली में तत्कालीन महापौर का दबदबा रहता था तो उस समय नगर निगम के तत्कालीन महापौर के दबाव के चलते पर्याप्त खजाना मिल जाता था और कंपनियां भी खूब झोली भर के लूट आती थी लेकिन इस बार पर्याप्त बजट न मिलने के चलते दंगल सिंगरौली में फिका नजर आ रहा है. जिसके चलते पहले तो ऐसा लग रहा था कि दंगल ही नहीं होगा लेकिन अपनी छवि को बरकरार रखने के लिए कमेटी ने दंगल कराने का निर्णय लिया और एक बड़े उद्योगपति को अध्यक्ष बना कर दंगल में झोंक दिया गया है.wrestling competition
4.भाजपा का नहीं मिला भरपूर साथ
नगर पालिक निगम सिंगरौली के जिला मुख्यालय बैढ़न चुन कुमारी स्टेडियम में प्रतिवर्ष होने वाले दंगल में भाजपा सिंगरौली के साथ-साथ प्रदेश स्तर के नेताओं का भरपूर सहयोग मिलता था. यहां तक कि प्रदेश स्तर के नेता दंगल में शिरकत करने आते थे. जिससे पर्याप्त समर्थन मिलता था और सब एकजुट होकर दंगल में अपनी ताकत झोंक देते थे ताकि सिंगरौली का नाम रोशन हो लेकिन इस बार भाजपा सिंगरौली का भी इस दंगल को भरपूर समर्थन नहीं मिल रहा है. जिसके चलते यह दंगल फ्लॉप होता नजर आ रहा है.wrestling competition
5.राजनीतिक पकड़ कमजोर
दंगल प्रतियोगिता के ऑर्गेनाइजर की राजनीतिक पकड़ जिले में ढीली पड़ गई है इसके चलते उद्योगपतियों और व्यापारियों का सहयोग नहीं मिला जिसके चलते यह प्रतियोगिता असफल रही.
6. नहीं जोड़ पाए लोगों को
दंगल प्रतियोगिता के कर्ताधर्ता लोगों का भरोसा नहीं जीत पाया और लोगों से जुड़े नहीं जिसके चलते दंगल असफल हुआ.
7. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिले की अब तक नहीं बनी पहचान
जिले का कोई भी खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान नहीं बनाई यही वजह रहा कि कुश्ती से लोग नहीं जुड़ पाए हैं और अपना भविष्य नहीं देख पाए जिसके चलते लोग दंगल को लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं हुए.
8. फंड की कमी
कहते हैं कि पैसा खुदा नहीं लेकिन खुदा से कम नहीं,इस दंगल प्रतियोगिता की असफलता के पीछे फंड की कमी रही है