सिंगरौली 20 जुलाई। कोरोना वायरस के दूसरी लहर से सबक लेते हुए तीसरी लहर के आने की तैयारी तेजी के साथ शुरू कर दें। अधिक से अधिक वैक्सीनेशन की जरूरत है। वहीं मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अति आवश्यक है। तभी हम कोरोना के तीसरी लहर को मात दे सकते हैं।
दरअसल कोरोना वायरस के तीसरी लहर की आने की संभावना तेज हो गयी है। सरकार के द्वारा लगातार लोगों को हिदायतें देकर इस वायरस से निपटने के लिए नसीहतें दी जा रही हैं। तो वहीं तीसरी लहर से तभी निपटा जा सकता है जब अस्पतालों में आवश्यक संसाधन की उपलब्धता हो। पर्याप्त दवाई व कोविड संबंधी स्वास्थ्य सेवकों को प्रशिक्षण की आवश्यकता है। ताकि इस वैश्विक महामारी से लड़ा जा सके। इसके अलावा सावधानी व सतर्कता जरूरी है। इस पर चिकित्सक विशेषज्ञ ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देते हुए अपने अलग-अलग सुझाव दिये हैं।
सावधानी बरतने के साथ-साथ वैक्सीन जरूरी
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जो गाइड लाइन जारी की है उसका हम सभी को पालन करना चाहिए। कोरोना वायरस अभी गया नहीं है। लोगों से अपील है कि लापरवाही छोड़कर सावधानी बरतने के साथ वैक्सीन जरूर लगवायें। तीसरी लहर को देखते हुए जिला प्रशासन अपनी व्यवस्था पूरी कर ली है। डॉक्टर, नर्स की उपलब्धता भी काफी है। लेकिन थोड़ा डॉक्टर और नर्सों को कोविड संबंधी ईलाज के लिए ट्रेनिंग का आयोजन किया जाना चाहिए, ताकि सभी लोग ईलाज करने के दौरान ट्रेंड रहें।
डॉ.डीके मिश्रा, संचालक, मिश्रा पॉलीक्लीनिक एण्ड नर्सिंग होम
कोरोना को लेकर जिला प्रशासन व अस्पताल प्रबंधन को एक मीटिंग का आयोजन कराना चाहिए। जिसमें जिला अस्पताल के सभी चिकित्सक व नर्स मौजूद हों, सबकी रायशुमारी लेते हुए सभी को उनके दायित्व सौंपे जायें। ताकि कोरोना के दूसरी लहर के दौरान जो भी समस्याएं आयी हैं वह न आयें। जिला अस्पताल में ग्लब्स, मास्क और सेनेटाइजर की पूर्णत: व्यवस्था होनी चाहिए। कभी-कभी इनके न होने से काफी परेशानी होती है।
गंगा बैस, चिकित्सक, जिला चिकित्सालय
चिकित्सकों ने कहा अस्पताल की व्यवस्थाएं हो चुस्त-दुरूस्त
कोविड-19 एक वैश्विक महामारी है जिससे लडऩे के लिए हम सभी को सावधान रहना होगा। जिला प्रशासन द्वारा तीसरी लहर को देखते हुए तैयारी पूरी कर ली गयी है। 5 आयुष चिकित्सकों, 19 नर्सों सहित कई अन्य कर्मचारियों को कोविड संबंधी ट्रेनिंग देकर एक टीम का गठन किया गया है। यहां थोड़ी बहुत कमियां हैं जैसे की रेडियोलॉजिस्ट, सिटी स्कैन की प्रक्रिया अभी अंडरप्रोसेस है, यह कार्य जल्द से जल्द हो जाना चाहिए।
उमेश सिंह,चिकित्सक,जिला चिकित्सालय
जिला प्रशासन द्वारा तीसरी लहर से संंबंधित तैयारी पूर्ण कर ली गयी है। लेकिन इसमें थोड़ी बहुत कमियां जरूर हैं। जिसेे जिला प्रशासन को दूर करने की जरूरत है। जैसे रेडियोलॉजिस्ट, सिटी स्कैन की व्यवस्था जल्द कराई जाय। एक्स-रे को चौबीस घण्टे संचालित किया जाय। हमारे हिसाब से यहां पर डॉक्टरों की कमी है कम से कम 10 से 15 डॉक्टर और होने चाहिए। वेंटीलेटर स्पेशलिस्ट केवल एक डॉक्टर हैं कम से कम तीन और होने चाहिए। जो मशीने जिला अस्पताल में हैं उन मशीनों के स्पेशलिस्ट न होने की वजह से मशीनें खराब हो रही हैं। नर्सें अनटे्रंड हैं इनके लिए एक ट्रेनिंग सेंटर की व्यवस्था कर उनको ट्रेनिंग दिलाया जाना चाहिए। बाकी सभी व्यवस्थाएं दुरूस्त हंै।
विजय प्रताप सिंह, चिकित्सक,जिला चिकित्सालय