सिंगरौली 14 अक्टूबर। शारदेय नवरात्रि पर्व के अंतिम दिन मां सिद्धीदात्री की पूजा अर्चना करने के लिए श्रद्धालु एक के बाद एक कोरोना वायरस का ख्याल रखते हुए दर्शन पाने व माथा टेकनेके लिए लालायित थे। कल शुक्रवार को जिलेभर के जलाशयों में करीब 850 देवी प्रतिमाओं का विसर्जन किया जायेगा। इस दौरान नदी व जलाशयों तथा घाटों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजामात किये गये हैं। उपखण्ड अधिकारी व पुलिस अधिकारियों ने स्थल का निरीक्षण भी कर चुके हैं।
गुरूवार की सुबह से ही देवी मंदिरों, पण्डालों में श्रद्धालु, युवक-युवतियों, महिलायें-पुरुष मां की पूजा अर्चना करने के लिए कतार में खड़े हो गये। पूजा, आरती, हवन के उपरान्त जगह-जगह विशाल भण्डारे के आयोजन भी किए गए। वहीं पुलिस के द्वारा सुरक्षा व्यवस्था भी चाक चौबन्द की गई है। कल शुक्रवार को विजय दशमी के पर्व पर मां दुर्गे की प्रतिमाओं का विर्सजन भी किया जायेगा। प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए स्थल चिन्हित कर दिए गए हैं। शारदेय नवरात्रि पर्व गुरूवार को आखिरी दिन था। अल सुबह से ही मंदिरों, देवी पण्डालों में पूजा अर्चना, आरती के लिए श्रद्धालुओं का जो हुजुम उमड़ा वह ऐतिहासिक रहा। वहीं आज जिले के कई प्रतिमाओं का विसर्जन भी किया गया। वैढऩ के तुलसी मार्ग, गनियारी, बिलौंजी, अमलोरी, निगाही, जयंत, नवानगर, विंध्यनगर, नवजीवन बिहार, माजनमोड़, कचनी, परसौना, बरगवां, देवसर, सरई, माड़ा, जियावन, चितरंगी सहित गांव के मोहल्लों में मां दुर्गे की प्रतिमायें स्थापित कर नौ दिनों तक श्रद्धालु मां की भक्ति में व्रत रखते हुए पूजा अर्चना में लिप्त रहे।
जगह-जगह हुआ हवन व कन्या भोज
नवरात्रि के आखिरी दिन आज जगह-जगह कन्या भोज एवं श्रद्धालुओं के द्वारा हवन का आयोजन किया गया। सुबह से ही देवी पण्डाल मंदिर व घरों में विधि-विधानपूर्वक मॉ सिद्धीदात्री की पूजा अर्चना करते हुए हवन कर कन्या भोज कराते हुए कुशलता के लिए आशीर्वाद मांगा।
तेलदह में होगा प्रतिमाओं का विसर्जन,स्थल का किया निरीक्षण
कल दशहरा के दिन बरगवां क्षेत्र में विसर्जन की जा रही दुर्गा प्रतिमाओं के लिए स्थान परिवर्तित कर दिया गया है। बरगवां निरीक्षक आरपी सिंह द्वारा मिली जानकारी के अनुसार पहले दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन कांचन नदी में किया जाता रहा है, परंतु इस बार खराब सड़क मार्ग एवं नदी में बढ़े जलस्तर के कारण यह स्थान परिवर्तित कर लालचंद आईटीआई के समीप तिराहे तेलदह में विसर्जन किया जाएगा। अत: समस्त दुर्गा पूजा समिति परिवर्तित स्थान पर ही दुर्गा प्रतिमा विसर्जन हेतु लाएं।
जिले में 850 देवी प्रतिमा हैं विस्थापित
जानकारी के अनुसार शारदेय नवरात्रि पावन पर्व के अवसर पर शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में नवदुर्गा उत्सव की धूम रही है। इस दौरान जगह-जगह पण्डालों में प्रतिमाएं स्थापित की गयी थीं। कल शुक्रवार को गाजे-बाजे,रंग अबीर गुलाल के साथ श्रद्धालु जलाशयों में विसर्जन करेंगे। जिले में तकरीबन 850 देवी प्रतिमाएं स्थापित हैं। थानों से मिले आंकड़ों के मुताबिक कोतवाली थाना क्षेत्र में 125 विसर्जन स्थल हिर्रवाह व सिंगरौलिया तालाब सहित 12 अन्य जलाशयों में विन्ध्यनगर थाना क्षेत्र की 38 प्रतिमाओं का विसर्जन तेलगवां नदी, नवानगर की 30 प्रतिमाओं का विसर्जन घरौली,इटमा सहित दो अन्य जलाशयों में किया जायेगा। वहीं मोरवा थाना क्षेत्र में आधा दर्जन प्रतिमाओं का विसर्जन विभिन्न जलाशयों में किया जायेगा। इसके साथ ही बरगवां थाना क्षेत्र की 86 प्रतिमाओं का विसर्जन तेलदह सहित अन्य जलाशयों में होगा। माड़ा में 89 प्रतिमाओं का विसर्जन मयार नदी सहित 20 अन्य जलाशयों, इसके अलावा चितरंगी थाना क्षेत्र में 78 प्रतिमाओं का विसर्जन कोरसर, बर्दी, धरौली, फुलकेश सहित अन्य जलाशयों तथा सरई थाना क्षेत्र के 250 प्रतिमाएं 22 जलाशयों में विसर्जित की जायेंगी। गढ़वा थाना क्षेत्र में 102 प्रतिमाओं का विसर्जन खटाई सोन नदी सहित 8 अन्य जलाशयों में किया जायेगा। इसके अलावा लंघाडोल थाना क्षेत्र में 35 प्रतिमाओं का विसर्जन हर्दुल नदी सहित अन्य जलाशयों तथा जियावन थाना क्षेत्र में आधा सैकड़ा से अधिक प्रतिमाओं का विसर्जन महान नदी सहित अन्य जलाशयों में किया जायेगा। जहां सुरक्षा के व्यापक इंतजामात किये गये हैं। प्रतिमाओं के विसर्जन स्थल पर सुबह से ही पुलिस बल की तैनाती कर दी जायेगी। साथ ही जिला प्रशासन के मुखिया व संबंधित उपखण्डों के एसडीएम, तहसीलदार,टीआई,चौकी प्रभारी लगातार गश्त भी करते रहे।