सिंगरौली 12 अप्रैल। जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेंटर में कोविड वार्ड बनाने का मंथन तकरीबन 3 दिन से चल रहा है। कलेक्टर देख-रेख की जिम्मेदारी जिला पंचायत सीईओ को सौंपी थी। सीईओ प्रतिदिन निरीक्षण कर रहे थे, लेकिन सीईओ के आदेश पर सीएमएचओ कार्य नहीं कर रहे थे। जिससे सीईओ खफा हुए और इसकी जानकारी कलेक्टर को दी। जिस कारण कलेक्टर राजीव रंजन मीना, पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार सिंह को सोमवार को फिर से जिला चिकित्सालय आना पड़ गया।
मालूम हो कि कोरोना महामारी से निपटने और प्रतिदिन आ रहे केस के मद्देनजर पुराना जिला चिकित्सालय भवन में कोविड मरीजों की संख्या बढऩे के चलते सह ट्रामा सेंटर कोविड मरीजों के लिए 8 कमरे चिन्हित किये गये हैं। कलेक्टर राजीव रंजन मीना दो दिन पूर्व खुद निरीक्षण किये थे और उसके व्यवस्था के लिए जिला पंचायत सीईओ साकेत मालवीय को जिम्मेदारी सौंपे थे। दो दिन से सीईओ ट्रामा सेंटर पहुंच सीएमएचओ व ठेकेदार को निर्देश दे रहे हैं कि व्यवस्था शीघ्र चुस्त-दुरूस्त करायी जाय। लेकिन सीईओ के आदेश व निर्देश पर अमल सीएमएचओ व ठेकेदार नहीं कर रहे थे। आज सोमवार की सुबह जब सीईओ फिर से जिला चिकित्सालय पहुंचे और व्यवस्था देखा तो हतप्रभ रह गये और तत्काल इसकी जानकारी कलेक्टर को दी। जहां कलेक्टर राजीव रंजन मीना व एसपी वीरेन्द्र कुमार सिंह फिर से जिला अस्पताल पहुंच सीएमएचओ को कड़े लहजे में व्यवस्था को तत्काल बनाने के निर्देश दिये हैं। कलेक्टर के कड़े तेवर का नतीजा रहा कि व्यवस्था कोविड वार्ड का बनाना शुरू कर दिया गया।