Road Accident : सिंगरौली। जिले में सड़क दुर्घटनाएं थम नहीं रहीं हैं। हर दिन कहीं न कहीं मौत का तांडव हो रहा है, आएं दिन हादसे में लोग मर रहे हैं। पुलिस महकमा के जागरूकता अभियान का असर भी वाहनों चालकों में नहीं दिख रहा है। हर दिन ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ती हैं। तेज रफ्तार वाहन सड़क पर दौड़ते दिखते हैं। वाहन चालकों को पुलिस का भी खौफ नहीं है। शराब पीकर भी कई लोग वाहन चलाते हैं। नतीजा हादसों के रूप में सामने आता है। आंकड़ों की बात करें तो हर दिन सिंगरौली जिले में एक जिंदगी सड़क हादसे में खत्म हो जाती है। आज फिर जियावन थाना क्षेत्र के सजहर जंगल के खाखन नदी के पास एक ट्रेलर पलटने से दो लोगों की मौत हो गई है।
गौरतलब है कि ऊर्जाधानी नाम से विख्यात सिंगरौली जिला हादसा का शहर के नाम से भी मशहूर होने लगा है। यहां आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं आज फिर एक ट्रेलर नियंत्रित होकर पोकलेन मशीन में जा गिरा जहां दो लोगों की मौक़े पर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि दो लोग घायल बताए जा रहे हैं। अमूमन देखा जा रहा है कि हर दो-तीन दिन के भीतर सड़क हादसों में लोग अपनी जान गवा रहे हैं हालांकि अनेक घायल लोग पुलिस के पास शिकायत नहीं करते अन्यथा यह आंकड़ा और भी बढ़ जाएगा। यह अलग बात है कि जिला प्रशासन और पुलिस महकमा लगातार सड़क सुरक्षा अभियान चला कर लोगों को सतर्क करते हुए और समझाइए दे रही है लेकिन हादसों को देखते हुए आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अभियान कितना सफल हो रहा है। Road Accident
पुलिस ने बुलाया परिजनों को
जियावन थाना प्रभारी राजेन्द्र पाठक ने जानकारी देते हुए बताया कि इस टे्रलर की घटना में दो लोगो की मौत हो गई है। जिसमें मृतक विष्णु खैरवार पिता छोटे खैरवार उम्र 28 वर्ष निवासी मऊ थाना व्यौहारी जिला शहडोल व संतोष जायसवाल पिता काशीराम उम्र 35 वर्ष निवासी लखनवारा जिला कटनी की स्थल पर मौत हो गई। वहीं संदीप खैरवार पिता सुदरला खैरवार उम्र 22 वर्ष निवासी मऊ व अखिलेश प्रसाद अधिकारी घायल हो गए। जिसे उपचार के लिए अस्पताल भर्ती कराया गया। वहीं थाना प्रभारी ने बताया कि दोनो मृतकों के परिजनों को बुलाया गया है, जो आ रहे हैं। Road Accident
पैदल चलना भी खतरे से खाली नहीं कब मौत गले लगा ले
बदलते वक्त के साथ बिजली उत्पादन में भी ऊर्जाधानी का योगदान देश में सबसे अधिक है यहां कई औद्योगिक कपनियों के आने के बाद वाहनों की आवाजाही कई गुना बढ़ गई है। लेकिन सड़कों का चौड़ीकरण नहीं हो पाया है। सड़कों में वाहनों की आवाजाही बढ़ी है। यही वजह है कि आए दिन हादसे हो रहे हैं। आदतों से शहर के लोग भी दहशत में है वहां की बात छोड़िए सड़क पर पैदल चलने के दौरान भी लोगों की सांसे अटकी रहती है कि पता नहीं कब कहां कॉल रूपी डंपर ट्रेलर टक्कर मार दे और जिंदगी मौत को गले लगा लें। तेज रफ्तार से वाहन दौड़ाने वाले चालकों पर पुलिस का भी कोई नियंत्रण नहीं है। यदा कदा पुलिस महकमा अभियान चला खानापूर्ति कर रही है। Road Accident