सिंगरौली : गुजरात के बाद अब मध्य प्रदेश देश में कांग्रेस “संगठन सर्जन अभियान” चला रही है. कांग्रेस पार्टी मे इस अभियान के जरिए अभी से 2028 के विधानसभा चुनाव के लिए संगठन मजबूत करने की रणनीति बनानी शुरू कर दिया है. जहां सिंगरौली में बनाए जाने वाले जिला अध्यक्ष को लेकर अब मंथन चल रहा है. जिले में भी अभियान के तहत जिला अध्यक्षों की नियुक्ति करने के लिए कांग्रेस आलाकमान द्वारा गठित किए गए एआईसीसी ऑब्जर्वर और पीसीसी की टीम ने पत्रकार वार्ता कर अपनी राजनीतिक विचारधारा के साथ-साथ संगठन को कैसे मजबूत किया जाना है उस पर जानकारी साझा किया। साथ ही कहा कि टीम चार दिनों तक कार्यकर्ताओं और आमजन से फीडबैक ले रही हैं।
बता दें कि एआईसीसी ऑब्जर्वर सांसद सप्तगिरि शंकर उल्का और पीसीसी आब्जर्वर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी सांसद ओमकार मरकाम और संगठन प्रभारी कविता पांडे सिंगरौली पहुंची। पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए ऑब्जर्वर सांसद सप्तगिरि शंकर उल्का ने कहा कि अहमदाबाद में हुई एआईसीसी और सीडब्ल्यूसी की बैठक में निर्णय लिया गया था कि हम जिला कांग्रेस कमेटी को मजबूत करेंगे।
भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा की विचारधारा और राजनीतिक लड़ाई में जिला स्तर में संगठन को कैसे मजबूत कर पाएंगे उसी का एक प्रयास है। इसके लिए कांग्रेस पार्टी ने सर्जन अभियान की शुरुआत गुजरात से की है और अब मध्य प्रदेश में अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में जिला कांग्रेस कमेटी, मंडल कमेटी, ब्लॉक कमेटी और बूथ कमेटी हैं इसका पुनर्गठन किया जाएगा। इसमें हम कार्यकर्ताओं, सिविल सोसाइटियों सहित नेताओं से भी चर्चा करेंगे।
संगठन को मजबूत करने के लिए प्रदेश भर के जिलों में ऑब्जर्वर पहुंचेंगे। ऑब्जर्वर सभी विधानसभाओं के हर ब्लॉक और मंडल सहित बूथ स्तर के कार्यकर्ता से चर्चा करेंगे। वहीं जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का कैसे चयन कर पाएंगे और उसे अधिकार दे पाएंगे पार्टी को कैसे मजबूत कर पाएंगे। इसके लिए आईसीसी और सीडब्ल्यूसी का एक प्रयास है कि 2025 में संगठन को कैसे मजबूत करना है। इसके लिए सबसे पहले जिला कांग्रेस कमेटी की नियुक्ति करेंगे। साथ ही उनके उत्तरदायित्वों को भी निश्चित करेंगे। साथ ही उसको क्या अधिकार है और उसे कैसे मजबूत करना है। यही हमारा प्रयास रहेगा।
आने वाले समय में हमारी विचारधारा की लड़ाई, हमारे संकल्प, हमारे मिशन को लेकर खड़गे और राहुल गांधी की जो परिकल्पना और रोड़ मैप है उसे कैसे पालन करें कि हमारे जिला कांग्रेस कमेटी हमारे संगठन के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होंगे। यह खाली नाम के लिए नहीं बल्कि इन्हें अधिकार भी दिया जाएगा। यहां तक कि जब चुनाव होंगे तब इन्हें सीईसीसी के बैठक में बुलाया जाएगा। इनकी जिम्मेदारी भी तय की जाएगी।
उन्होंने कहा कि हम कार्यकर्ताओं से अनुरोध करते हैं कि इस अभियान में शामिल होईए, कोई भी कार्यकर्ता जिला कांग्रेस कमेटी के पद के लिए आवेदन देना चाहते हैं आवेदन करिए। इसके लिए पार्टी के प्रति समर्पण और उसके विचारधारा को आगे ले जाने के साथ-साथ मेहनती होना चाहिए। जो भी जिला अध्यक्ष बनना चाहते हो वह अपना आवेदन दे सकते हैं। हम सब की बात सुनेंगे उसके बाद कार्यकर्ता, सिविल सोसाइटी और मीडिया से भी फीडबैक लेकर 30 जून तक पार्टी हाई कमान को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।
जिला कांग्रेस कमेटी के गठन के बाद एग्जीक्यूटिव कमेटी का भी गठन होगा। हम यहा चार दिनों के दौर में है। वहीं मीडिया कर्मियों ने सवाल किया कि जिले में पार्टी की दो दशक से अधिक समय से लगातार हार के पीछे गुटवाजी प्रमुख बजह रही या फिर कुछ और जिसके जवाब में ऑब्जर्वर पार्टी के भीतर की बात है कह कर गोलमोल जवाब देते रहे।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी सांसद ओमकार मरकाम ने कहा कि संघटनात्मक रूप से मजबूती प्रावधान करने के लिए गांव की एक-एक कार्यकर्ता के विचारों के अनुरूप निर्णय लेने के लिए राहुल गांधी ने संगठन में एक बहुत महत्वपूर्ण स्वरूप प्रदान करने के लिए सृजन कार्यक्रम का शुभारंभ किए हैं।
पहले चरण में गुजरात में सर्जन कार्यक्रम की शुरुआत हुई अब मध्य प्रदेश का चयन केंद्रीय नेतृत्व ने किया है। हम सर्जन कार्यक्रम के तहत संघटनात्मक मजबूती के लिए एकत्रित हुए हैं। हमारा उद्देश्य जनमानस सहित एक-एक कांग्रेस का कार्यकर्ता अपने विचारों को साझा करें। और मजबूती के साथ देश हित में सभी कार्यकर्ता काम करें।