माड़ा में दोहरे हत्याकांड पर बना हुआ है सस्पेंस,अंधेरे में भटक रही पुलिस

सिंगरौली. माड़ा थाना क्षेत्र के मुढ़ी गांव में हुई दोहरे हत्याकांड से पुलिस अब तक अपराधी तक नहीं पहुंच पाई है। इस दोहरे हत्याकांड में सस्पेंस अभी भी बरकरार है। पुलिस अंधेरे में खाक छान रही है। दरअसल बीते गुरुवार की देर रात हत्यारों ने बेरहमी से मां-बेटे के गर्दन पर धारदार हथियार से प्रहार कर हत्या कर दिया था लेकिन बाल से खाल निकालकर अपराधियों के तह तक पहुंचने वाली हाइटेक पुलिस हत्यारों का सुराग नहीं लगा पाई है। माड़ा पुलिस के लिए यह शर्मनाक है क्योंकि डबल मर्डर के मामले में पुलिस खाक छान रही है। लेकिन अपराधी पुलिस की नजरों से ओझल होकर बेखौफ हैं।
बता दें कि मुढ़ी गांव में रामबरन बियार पिता बालकरन बियार उम्र 25 वर्ष व उसकी मां फुलउआ पति बालकरन बियार उम्र 65 वर्ष घर में एक ही कमरे में सो रहे थे। इस दौरान अज्ञात लोगों ने घर में घुस दिव्यांग बेटा व वृद्ध मां की धारदार हथियार से गर्दन पर प्रहार कर निर्मम हत्या कर दिया। अज्ञात बदमाशों के खिलाफ पुलिस हत्या का मामला दर्ज कर स्थानीय ग्रामीणों से कई बिंदुओं पर पूछताछ कर रही है। हालांकि दो दिन बाद भी माड़ा पुलिस को हत्यारों का सुराग नहीं लगा है। पुलिस यह कहकर पल्ला झाड़ रही है कि जांच चल रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जबकि हकीकत यह है कि पुलिस अभी तक यह पता नहीं पाई कि हत्या की वजह क्या है।
गंभीर अपराधों मैं खुद की पीठ थपथपा ने वाली सिंगरौली पुलिस
मुढ़ी गांव में हुआ दोहरे हत्याकांड सहित वनपाल की मौत का अब तक पर्दाफाश नहीं कर पाई है
हालांकि बंद पाल की मौत को लेकर पुलिस का दावा है कि संभवत रोड एक्सीडेंट से मौत हुई है। जबकि मुढ़ी गांव में हुआ दोहरे हत्याकांड के मामले में अपराधियों को गिरफ्तार करने पुलिस एडिय़ा रगड़ रही है। लेकिन हत्यारोपी पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर मौके से फरार है। यह कहने में कोई संदेह नहीं है कि माड़ा पुलिस अंधेरे में तीर चला रही है। बतादें कि डबल मर्डर से पूरा माड़ा दहल गया लेकिन पुलिस को इसका कोई फिक्र नहीं रह गया है। पुलिस का सुराग केवल टीम भेजने तक सीमित है।
माड़ा थाना क्षेत्र में अपराधियों के हौसले बुलंद
बात करें माड़ा थाना क्षेत्र की तो यहां अपराधियों के हौसलें बुलंद हैं। चोरी, बलात्कार व अपहरण जैसी घटनाएं थाना क्षेत्र में आम हो गई हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार तो करती है मगर, सौदेबाजी कर उन्हें थाने से रिहा भी कर देती है। पुलिस के ऐसे कारनामों के चलते कहीं न कहीं अपराधी बेखौफ होते जा रहे हैं। पुलिस की सुस्ती का नतीजा है कि डबल मर्डर की वारदात को अंजाम देकर हत्यारे फरार हो गए और पुलिस पतासाजी नहीं कर पा रही है।
वन कर्मी की मौत पर लीपापोती
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि बंद करने की मौत रोड एक्सीडेंट से नहीं बल्कि हत्या की गई है। वनकर्मी के मौत में लीपापोती पुलिस अधिकारियों के सख्त निर्देश के बाद भी माड़ा पुलिस सुस्त पड़ी है। जबकि थाना क्षेत्र में अपराधी चुस्त हैं। मुढ़ी गांव में हुई डबल मर्डर के अलावा वनकर्मी के संदिग्ध मौत के बारे में बात करें तो स्थानीय लोगों में चर्चा है कि इस मामले में माड़ा पुलिस लीपापोती करते हुए सड़क दुर्घटना बता रही है। जबकि वनकर्मी के सिर में गंभीर चोटें आई थी। ग्रामीणों के मुताबिक वनकर्मी का साधरण मौत नहीं बल्कि हत्या करके शव को सड़क पर फेंका गया है।