सिंगरौली । माड़ा थाना क्षेत्र के करीब आधा दर्जन से अधिक गावों में तरह तरह का प्रलोभन देकर अजा वर्ग के लोगो को धर्मान्तरण कराने के मामले में एक शासकीय शिक्षक समेत दो के विरूद्ध पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर उनकी तलाश में जुट गई है। अजा वर्ग के गरीब तबको को नकद राशि एवं अन्य प्रलोभन देने का काम किया जा रहा था। यह कार्यवाही कलेक्टर के निर्देश पर हुई है।
कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला के अनुसार, शिकायत मिलने पर विशेष टीम का गठन किया गया था। टीम को जानकारी मिली कि करसुआ राजा गांव में धार्मिक सभा का आयोजन किया जा रहा है। मौके पर छापेमारी की गई तो वहां 50 से अधिक लोग मौजूद मिले। मौके पर पहुंची टीम व माड़ा थाना पुलिस क्षेत्र के रजमिलान, कर्सुआराजा, कर्सुआलाल, कोटिया समेत कई अन्य गांवों के अजा साकेत समाज के लोगो को क्रिश्चिन धर्म अपनाने के लिए एक शिक्षक प्रेरित कर रहा था। कलेक्टर ने कहा इस तरह के कार्य किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जांच के दौरान पाया गया कि शिक्षक कमलेश साकेत उम्र 48 वर्ष निवासी कोटिया एवं उसका साथी अरविंद साकेत उम्र 46 वर्ष निवासी कर्सुआराजा प्रेरित कर रहा है। उक्त वर्ग के गरीब तबके के लोगो को आर्थिक मदद देते हुए ईसाई धर्म के महत्व के बारे मे बताता घूम रहा था। इसके शिकायत कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला तक भी पहुंची थी, इसके बाद यह कार्यवाही हुई है।
बताया जा रहा है कि माड़ा थाना प्रभारी टीआई शिवपूजन मिश्रा धर्मांतरण से जुड़े तार को पकड़ने के लिए अपनी टीम लगा रखी थी जहां पुलिस को सूचना मिली की ग्राम कर्सुआराजा निवासी अरविंद साकेत के घर में सभा चलने की जानकारी मिली। जहां मौके से पुलिस पहुंच गई और वहा से कई दस्तावेज भी बरामद भी किए गए वही सूत्र बताते है कि मौके से शिक्षक व उसका सहयोगी भाग खड़ा हुआ है पुलिस ने आम लोगो के बयान के आधार पर शिक्षक एवं उसके सहयोगी के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर तलाष शुरू कर दी है।
बेखबर था हिन्दू संगठन
सूत्र बताते है कि माड़ा क्षेत्र में गरीबो को बहला फुसला एवं प्रलोभन देकर धर्मान्तरण कराने का सिलसिला काफी दिनो से चल रहा था। किंतु इसकी भनक सिंगरौली के हिन्दू संगठनो को दूर दूर तक नही लगी। लेकिन आज जब सोसल मीडिया में मामला सामन आया तब हिन्दू संगठन भी जाग उठा। हलाकि पुलिस को जैसे ही धर्मपरिवर्तन कराने की खबर लगी पुलिस सक्रिय होकर कार्रवाही करना शुरू कर दी। अब सवाल उठ रहा है कि इतने दिनो तक हिन्दू संगठन क्यो सक्रिय नही था और उनके सहायोगी कर क्या रहे थे। बताया जा रहा है कि भारी मात्रा में धर्म परिवर्तन कराने की ख़बरें सामने आ रही है।