सिंगरौली : कोतवाली क्षेत्र में जेसीबी लगाकर मिट्टी खनन का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। खनिज माफिया रेत के बाद अब मिट्टी के अवैध खनन में लग गए हैं। प्रदेश की मोहन सरकार को खुली चुनौती दे रहे हैं। जबकि सरकार से लोगों को उम्मीदें है कि क्षेत्र में जल्द अवैध कारोबार पर लगाम लगेगा। लेकिन इन दिनों लोगों के उम्मीदों पर पानी फिर गया है। अवैध कारोबार रुकने के बजाय बढ़ने लगा। खनन माफिया प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर दिन दहाड़े जेसीबी मशीन से मिट्टी खनन कर राजस्व को लाखों का क्षति पहुंचाने में लगे हैं। अवैध खनन में करीब दो दर्जन से अधिक ट्रैक्टर दिन-रात मिट्टी का परिवहन कर रहे हैं।
कोतवाली क्षेत्र के देवरा में मिट्टी का अवैध खनन का कार्य तेजी से चल रहा है। माफिया राजस्व की जमीनों से अवैध मिट्टी का खनन बेरोकटोक कर रहे है। मेडिकल कॉलेज के आसपास मानकों से अधिक गहराई तक मिट्टी की खुदाई की जा रही है। खनन की गई मिट्टी को ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरकर नई बन रही कॉलोनियों के घरों में मिट्टी भराई के लिए ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है। इस अवैध कारोबार से जहां माफिया को भारी मुनाफा हो रहा है, वहीं सरकारी खजाने को लाखों रुपए का नुकसान पहुंच रहा है।
माफियाओं को न तो खनिज विभाग का खौफ है और न ही जिला प्रशासन का। वह दिन-रात बेखौफ होकर जेसीबी मशीन से अवैध खनन करवा कर दो दर्जन ट्रैक्टरों से परिवहन करा रहे हैं। यह पूरा कारोबार बीट प्रभारी की निगरानी में होता है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि इस गोरखधंधे में पुलिस प्रशासन सहभागी बने हुए हैं। सूत्र बताते हैं कि पुलिस का प्रति टैक्टर 30 हजार रुपए ले रही है।
अवैध खनन से तालाब नुमा बन गए हैं गड्ढे
अगर कोई व्यक्ति अपने निजी कार्य या मकान बनाने के लिए अपने खेत से मिट्टी निकाल रहा है तो पुलिस सख्त कदम उठा रही है, लेकिन खनन कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करने में पुलिस बचती नजर आती हैं। अवैध खनन बरसात के दिनों में बड़ी घटना का कारण बन सकता है। अवैध तरीके से मिट्टी निकालने के बाद उक्त जगह तालाब की तरह बड़े गड्ढे बन जाते हैं। बारिश होने पर गड्ढा पानी से लबालब भर जाता है जिससे घटना होने का भय बना रहता है। किसी दिन भी यह अवैध खनन बड़ी घटना का सबब बन सकता है।
प्रति ट्रैक्टर 30 हजार रुपए वसूल रही पुलिस
यहां बता दें, कि अवैध रेत और मिट्टी से भरे ट्रेक्टर ट्राली पुलिस थानों के सामने से बेधड़क निकल रहे हैं। उन्हें कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है। कोतवाली के देवरा से प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में अवैध रेत और मिट्टी का खनन किया जा रहा है लेकिन उसे न तो जिला प्रशासन रोक पा रहा है और न ही पुलिस प्रशासन। कुल मिलाकर अवैध रेत खनन का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है और पुलिस व प्रशासन इसे होता देख रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि कोतवाली पुलिस रेत में चल रहे प्रति ट्रैक्टरों से 80 हजार रुपए महीना जबकि मिट्टी में चल रहे प्रति ट्रैक्टरों से 30 हजार रुपए वसूल रही है।