international Wrestler: अंतर्राष्ट्रीय रेसलर द ग्रेट खली का एक सबसे बड़ा झूठ सामने आ रहा है 50 हजार लोगों से वादा करके अब ग्रेट खली भूल गए हैं . इनके इस झूठ से खिलाड़ियों में मायूसी देखी जा रही है.वही अभी भी खेल प्रेमी व खिलाड़ी द ग्रेट खली का इंतजार कर रहे हैं.
international Wrestler अंतर्राष्ट्रीय रेसलर द ग्रेट खली का एक सबसे बड़ा झूठ सामने आ रहा है 50 हजार लोगों से वादा करके अब ग्रेट खली भूल गए हैं . इनके इस झूठ से खिलाड़ियों में मायूसी देखी जा रही है.वही अभी भी खेल प्रेमी व खिलाड़ी द ग्रेट खली का इंतजार कर रहे हैं.बता दें कि 30 जनवरी 2018 में सिंगरौली जिले का कुमारी स्टेडियम 3:25 पर इतिहास रच रहा था यहां दंगल महाकुंभ में अंतरराष्ट्रीय रेसलर द ग्रेट खली पहुंचे तो पूरा स्टेडियम खली-खली के नारों से गूंज गया था चर्चा होने लगी थी कि देश के प्रधानमंत्री जब नरेंद्र मोदी सिंगरौली आए थे तब एक जनसैलाब उस समय भावी प्रधानमंत्री को देखने पहुंचा था. बताया जा रहा है की उस समय यह बात होने लगी थी कि सिंगरौली जिले में कुश्ती के प्रति लोगों की दीवानगी है. यही यही वजह है की उस दिन पूरा स्टेडियम न केवल खेल प्रेमियों से भरा हुआ था बल्कि स्टेडियम के बाहर भी लोग मौजूद थे.आज इस दंगल में 1:00 बजे तक पूरा स्टेडियम खाली दिखा हालांकि आयोजक लोगों से अपील कर रहे थे कि दंगल शुरू होने वाला है आप स्टेडियम पहुंचे.
बता दे कि दंगल प्रतियोगिता मैं सिंगरौली में अंतरराष्ट्रीय स्तर की कुश्ती स्पर्धा कराने का खाली ने वादा भी किया था और कहा कि दुनिया में कई जगह गए लेकिन इस तरह से कुश्ती के प्रति जुनून और प्यार कहीं और देखने को नहीं मिला जैसे ही लोगों को खाली की ओर से अंतरराष्ट्रीय आयोजन का आश्वासन मिला तो पूरा स्टेडियम शहीद बाहर के खड़े लोग भी तालियों की गड़गड़ाहट स्वागत किया उन्होंने स्थानीय खेल प्रेमियों को आगे आने का आग्रह किया. लेकिन इस बार दंगल देखने के लिए कुश्ती खेल प्रेमी स्टेडियम नहीं पहुंचे. तो चर्चा होने लगी कि इस दंगल प्रतियोगिता को इस बार स्पॉन्सर एक परसेंट भी नहीं मिले. कमेटी के पास फंड की कमी रही और वह इस दंगल प्रतियोगिता में कोई बड़ा चेहरा नहीं बुला सका और प्रचार-प्रसार की भी कमी रही.international Wrestler
कहते हैं कि पैसा खुदा नहीं लेकिन खुदा से कम भी नहीं इस दंगल प्रतियोगिता में जिला प्रशासन सहित भाजपा का भी साथ नहीं मिला जिससे फंड की कमी हो गई कहते हैं. कि जब दंगल सफल हुआ था. उस समय की तत्कालीन महापौर प्रेमवती खैरवार रही. जहां वह नगर निगम क्षेत्र में आने वाले NCL परियोजना, बारूद, ओवी कंपनियां खूब पैसा बहा रहीं.पानी की तरह बहा दी थी. लेकिन अब जब प्रेमवती खैरवार महापौर नहीं है तो वह खेल के लिए फाइनेंसर नहीं तलाश कर पाई. यही वजह रही कि इस बार होने बाला दंगल फीका रहा. हालांकि आयोजकों ने भी प्रचार-प्रसार भी सही ढंग से नहीं किया सिर्फ 1 दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को जानकारी दी गई. जो महज औपचारिकता लग रही थी. दंगल की जानकारी आम लोगों तक नहीं पहुंच पाई .international Wrestler