सिंगरौली 21 फरवरी। जिला मुख्यालय बैढ़न सहित जिले के नगर व गांवों में जगह -जगह शराब की पैकारी खुली हुई है। शराब का अवैध कारोबार धड़ल्ले से हो रहा है। अवैध ठिकानों से खुलेआम शराब बेची जा रही है। आबकारी विभाग और पुलिस की अनदेखी से नगर से लेकर आसपास के गांवों तक शराब का अनाधिकृत कारोबार फल-फूल रहा है। जिम्मेदारों की ढिलाई से लाइसेंसी ठेकेदार मनमानी पर उतारू हैं। साठगांठ से चल रहे खेल में पैकारियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
बता दें कि सुबह से लेकर देर रात 12 – 1 बजे तक ना केवल शराब दुकाने संचालित हो रही है बल्कि पैकारी में बैठ लोग शराब पीते आसानी से नजर आते हैं। आए दिन निर्धारित समय से अधिक समय तक शासकीय शराब दुकानें खुलने और दुकानों से बाइक द्वारा पैकारियों के लिए शराब ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहे हैं। लेकिन पुलिस और आबकारी विभाग शासकीय ठेकेदारों पर वीडियो के आधार पर कोई कार्यवाही नहीं की।
सूत्रों का दावा है की शराब ठेकेदार आबकारी विभाग और पुलिस को प्रतिमाह लाखों में सुविधा शुल्क दे रही है। यही वजह है कि शराब कारोबारियों के सभी अवैध कारोबार पर जिम्मेदार मिट्टी डालने का काम कर रहे हैं।
शहर और गांव में खुलेआम चल रही पैकारी
कोतवाली शहर से लेकर सरई और देवसर के ग्रामीण क्षेत्रों में देशी-विदेशी शराब की पैकारी खुलेआम संचालित है। शहर और गांवों में चंद मीटर दूर एक से अधिक पैकारी धड़ल्ले के साथ चल रही है। इसके संबंध में कई बार संबंधित थानों के पुलिस एवं जिला आबकारी महकमेेंं के यहां शिकायत भी होती है लेकिन अवैध रूप से संचालित करने वालों के विरुद्ध खाकी वर्दी कार्रवाई करने से परहेज़ करता आ रहा है।
आबकारी महकमा यह कहकर अपना सीना चौड़ा कर लेता है कि हम सरकार के राजस्व बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। जिले में 174 करोड रुपए की शराब बेचकर सरकार को राजस्व दे रहे। संभावित इसीलिए प्रशासनिक अधिकारियों का डर भी आबकारी अधिकारी को नहीं रहता। फिलहाल जिले में अवैध रूप से शराब के पैकारी सचालित करने वाले कर्ताधर्ताओं के विरूद्ध कार्रवाई नही किये जाने को लेकर आबकारी एवं पुलिस पर तरह-तरह के सवाल खड़े किये जा रहे हैं।