सरई 9 मार्च। नगर परिषद सरई के वार्ड क्रमांक 11 के शिवगढ़ में पीसीसी सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ है। निर्माण कार्य में स्टीमेट के आधार पर सामग्री का उपयोग नही किया जा रहा है। जिसमें जमकर गुणवत्ता की अनदेखी संविदाकार के द्वारा की जा रही है। स्थानीय लोगों में जिम्मेदार अधिकारियों से जांच की मांग की है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी शिकायतकर्ता को मैनेज करने में जुट गए हैं।
इधर बता दें कि सरई नगर परिषद अंतर्गत वार्ड 11 शिवगढ़ रोड में पीसीसी मार्ग का निर्माण ठेकेदार जिसमें रहवासियों ने बताया कि सड़क में स्टीमेट के अनुसार सामग्री नही डाली जा रही। यहां लगभग 200 मीटर लंबा सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। जिसमें नियमों को ताक पर रखकर ठेकेदार द्वारा गुणवत्ताविहीन सड़क का निर्माण किया जा रहा। जिसे विभाग के अधिकारी भी अनदेखी करते हुए सड़क में प्रयुक्त सामग्री की देखरेख नही कर रहे हैं। गुणवत्ताविहीन सड़क निर्माण होने से शहरवासियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
घटिया निर्माण होने के कारण यह सड़क जल्द ही जर्जर होकर टूटने लगेगी। इस सड़क से रहवासियों का आना-जाना काफी संख्या में लगा रहता है। अगर सड़क गुणवत्तापूर्ण होगी तो रहवासियों को कई वर्षो तक यह सड़क आवागमन में बाधित नहीं होने देगी। बताया जा रहा है कि नगर परिषद में हो रहे निर्माण कार्य गुणवत्ता विहीन हो रहे हैं। इसके पीछे अधिकारियों सहित सफेद पोश भी हैं। क्योंकि उनका भी कमीशन फिक्स होता है।
नहीं किया जा रहा सड़क में पन्नी का उपयोग
पीसीसी सड़क निर्माण में बेस बनाने के पहले काले रंग की पन्नी जमीन पर बिछाई जाती है। जिसके ऊपर बेस बनाया जाता है। वार्ड 11 शिवगढ़ रोड मोहल्ला में निर्माण हो रहे पीसीसी मार्ग में नियमों की अनदेखी करते हुए बिना पन्नी लगाए ही सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। सड़क पर पन्नी बिछाने से सड़क में मजबूती आती है पर यहां किसी भी प्रकार का कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। जिसके कारण जल्द ही जर्जर अवस्था में सड़क आ जाएगी।
ठेकेदार नही लगाते शिलान्यास की पट्टी
सरई नगर परिषद अंतर्गत जो भी टेंडर होते हैं वहां पर बकायदा शिलान्यास की पटिया लगाई जाती है। जिससे कि लोगों को यह मालूम रहे कि और पट्टी को देखते ही समझ जाए की रोड कब बनी है और कब तक की इसकी अवधि है कितने लागत में बनी हुई है, लेकिन यह सारी जानकारी को ठेकेदार छुपा कर गोल मटोल कर देते हैं। कहीं भी शिलान्यास की पटियां ठेकेदारों के द्वारा नही लगाई जाती है।