Singrauli News सिंगरौली 7 मई। नगर के निर्माण कार्य भी राजनीति के शिकार हो रहे हैं। जर्जर व्यावसायिक प्लाजा गनियारी के बाद अब निर्माणाधीन सिविक सेंटर में राजनीति आड़े आने लगी है। हुआ यूॅ है कि ननि परिषद से भुगतान के लिए हुये निर्णय के खिलाफ मेयर उच्च न्यायालय पहुंच स्थगन आदेश हासिल कर ली। जहां सिविक सेंटर के निर्माण कार्य में फिलहाल ग्रहण लगता दिख रहा है।
गौरतलब है कि वर्ष 2021-22 में तत्कालीन कलेक्टर एवं नगर निगम सिंगरौली के प्रशासक राजीव रंजन मीणा ने एनसीएल बिलौंजी के मैदान में खाली भूमि में सिविक सेंटर का निर्माण कार्य कराने का प्रस्ताव तैयार कराया। ननि में प्रशासक के रूप में कार्य कर रहे कलेक्टर का यह ड्रीम प्रोजेक्ट था। उन्होंने इस प्रोजेक्ट आगे बढ़ाने के लिए कई बाधाओं को दूर किया और कराया भी। ताकि नगर निगम क्षेत्र के लोगों को एक छत के नीचे सर्व सुविधायुक्त बाजार मिले। जहां ईन्डोर खेल मैदान, पार्क, स्वीमिंग पुल सहित अन्य सुविधा मुहैया कराने प्रोजेक्ट का प्रस्ताव तैयार कराया गया। Singrauli
जानकारी के अनुसार वर्ष 2022 में प्रोजेक्ट डीपीआर बना। उसके बाद 2023 में टेंडर भी हुआ और संविदाकार को जनवरी 2024 में सिविक सेंटर के कार्य को पूर्ण करने का लक्ष्य भी दिया गया। संविदाकार ने जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेंटर के सामने रिक्त भूमि में सिविक सेंटर के निर्माण के लिए कार्य शुरू कर दिया। फाउंडेशन का कार्य करने के बाद संविदाकार भुगतान के लिए नगर निगम दफ्तर सिंगरौली में करीब 6 महीने के अधिक समय से चक्कर लगाने लगा। बजट का रोना बताकर भुगतान लटकाने एवं भटकाने का कार्य शुरू कर दिया गया। Singrauli News
मेयर के दखलंदाजी के क्या हैं मायने
सूत्र बताते हैं कि उक्त कार्य में सबसे ज्यादा दखलंदाजी मेयर रानी अग्रवाल करने लगी। शायद उन्हें उक्त प्रोजेक्ट रास नही आया। जबकि पिछले ननि परिषद की बैठक में संविदाकार को भुगतान करने के लिए कहा गया और इस पर निर्णय भी हुआ, लेकिन महापौर ने परिषद के उक्त निर्णय के खिलाफ उच्च न्यायालय पहुंच गई और वहां से उक्त निर्णय के लिए खिलाफ स्थगन आदेश भी हासिल कर ली। अब सवाल उठाया जा रहा है कि सिविक सेंटर के प्रोजेक्ट से महापौर खुश नही हैं या फिर इसके पीछे कुछ और कारण हैं। जो बाहर बात नही आ रही है, लेकिन दबी जुबान में लोग तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। फिलहाल इस संबंध में ननि के अधिकारी मामला न्यायालय में लंबित होने के कारण कुछ कहने के स्थिति में नही हैं। Singrauli News
सिविक सेंटर निर्माण से ननि को होगा अतिरिक्त करोड़ों का मुनाफा
मार्च एवं इसके पूर्व महीनों में नगर निगम सिंगरौली के परिषद की बैठक में सिविक सेंटर निर्माण के भुगतान को लेकर खूब चर्चाएं हुई। जहां निगमायुक्त डीके शर्मा ने जवाब में बताया था कि संविदाकार का भुगतान कराया जाना आवश्यक है और निर्माण कार्य बंद पड़ा हुआ है। आयुक्त ने यहां तक कहा था कि 280 दुकानों के निर्माण होने के बाद नगर निगम को 20 से 25 करोड़ रूपये का अतिरिक्त मुनाफा होगा। लेकिन अब सवाल उठाया जा रहा है कि क्या नगर निगम विकास के प्रति सकरात्मक सोच नही है, यदि है तो सिविक सेंटर निर्माण के लिए आगे न आने के पीछे कारण क्या है? प्रबुद्ध जन इस पर सवाल उठाते हुये जवाब मांगने लगे। Singrauli News
सिविक सेंटर के लिए मंजूर है 58 करोड़ रूपये
जानकारी के अनुसार एनसीएल ग्राउंड बिलौंजी में जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेंटर के ठीक सामने सिविक सेंटर निर्माण के लिए करीब 58 करोड़ रूपये के लिए मंजूरी मिली हुई है। इस 58 करोड़ रूपये में 280 दुकानों का निर्माण कार्य होगा। जहां टेंडर के माध्यम से व्यापारियों को दुकानें आवंटित किये जाने का प्रावधान है। संविदाकार ने सिविक सेंटर निर्माण में फाउंडेशन का कार्य शुरू कर दिया और भुगतान के लिए नगर निगम दफ्तर में भाग-दौड़ शुरू किया। लेकिन निर्माण कार्य के प्रथम किस्त भी संविदाकार को नही मिली। जिसके चलते करीब 8 महीने से कार्य पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। Singrauli News