आलेख -नवीन मिश्रा
Singrauli News सिंगरौली : सभी सरकारों में तबादलों को लेकर सरकार पर सवाल खड़े होते रहे हैं, तो वही ट्रांसफर और पोस्टिंग पर विपक्ष तबादला उद्योग चलाने और पैसा वसूलने का जरिया बताते रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया में एक ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमें तबादलों को लेकर लेटर पैड और घूस लेने का जिक्र हो रहा है, वायरल वीडियो के बाद चर्चा है कि आखिर में सिंगरौली के सियासत में अंदरखाने में आखिर चल क्या रहा।
बता दें कि तबादले के ऑडियो में चार किरदार सहित विधायक का नाम ले रहे है। इस बीच दोनों अपना अपना उसूल भी बतार हे थे। आडियो कब का है, जो लोग बात कर रहे हैं कौन हैं, इस बात की पुष्टि समाचार पत्र नहीं करता।
बता दे कि सोशल मीडिया में इन दिनों 2.29 सेकंड का एक ऑडियो जमकर वायरल हो रहा है। ऑडियो में दो लोग आपस में बात कर रहे हैं, जबकि एक तीसरी शख्स की भी बीच-बीच में बोलना सुनाई दे रहा है। जिसमें यह स्पष्ट समझ में आ रहा है कि तबादलों को लेकर दो लोगों के बीच में बात चीत हो रही है। इस बीच दोनों आपस में बात करते हुए पंकज, अजय, राकेश और बंसल का नाम ले रहे हैं। Singrauli News
ऑडियो में यह भी कहा जा रहा है कि विधायक जी से लेटर पैड मांगेंगे तो वह पक्का यही कहेंगे की घुस लिए हैं तभी ट्रांसफर करवाने के लिए लगें हैं। इस बीच एक युवक यहां तक कहता है कि मैं लेटर पैड ले लूंगा। वही बात चीत के दौरान यह बात भी सामने आती है कि बंसल का ट्रांसफर हो चुका है। वायरल ऑडियो से यह स्पष्ट हो गया है कि इन दोनों तबादला में जमकर पैसे लिए जा रहे हैं पैसे लेने वाले कौन लोग हैं यह तो जांच का विषय है। ऑडियो की पुष्टि समाचार पत्र नहीं करता। ऑडियो को सुनने के बाद चर्चा है कि आखिर ब्यूरोक्रेसी और डेमोक्रेसी में चल क्या रहा है। चर्चा है कि बिना पैसे के अब तबादले और पोस्टिंग नहीं होते। Singrauli News
एक दशक से एक ही स्थान पर जमे है कर्मचारी
कलेक्ट्रेट, जिला पंचायत, नगर निगम, राजस्व विभाग सहित जनपद पंचायत में एक दर्जन से अधिक कर्मचारी ऐसे हैं जो अंगद के पांव की तरह जमे हुए हैं। मजाल क्या कि इन्हें कोई विधायक, सांसद, मंत्री, मुख्यमंत्री टस से मस कर दें। लंबे समय से जमीन कर्मचारी जमकर अवैध वसूली कर रहे हैं साथ ही राजनीति में भी इनका दखल रहता हैं। हालांकि कहते हैं कि इन कर्मचारियों का कोई प्रतिस्थापन नहीं है। Singrauli News
मंत्रियों की मांग पर ट्रांसफर की डेट बढ़ी
बता दे कि तबादलों की समय सीमा 30 मई 2025 तक निर्धारित थी, लेकिन मंत्रियों की मांग के बाद इसे बढ़ा दिया गया है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि स्थानांतरण नीति के अंतर्गत 1 मई से 30 मई तक जो छूट दी गई थी, वह अब 10 जून तक लागू रहेगी। राज्य शासन ने समीक्षा उपरांत यह निर्णय लिया है कि अधिकारियों और कर्मचारियों को स्थानांतरण पर प्रतिबंध से छूट की अवधि कुछ और दिनों तक दी जाए, ताकि वे नियमानुसार आवेदन कर सकें। विभाग अब 10 जून तक अधिकारी-कर्मचारियों के ट्रांसफर कर सकेंगे। Singrauli News