सिंगरौली : सरई थाना क्षेत्र अंतर्गत एपीएमडीसी के सुलियरी कोल ब्लॉक में कोयला परिवहन में श्रम कानूनों की अनदेखी एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। कोल ट्रांसपोर्टर श्रम कानून की अनदेखी करते हैं। आए दिन मजदूरों के अधिकारों के उल्लंघन, खराब कार्य स्थितियों, और सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के रूप में सामने आती है।
बता दे की कोयला खनन और परिवहन में ठेकेदारी प्रथा आम है, आउटसोर्स ठेकेदारों पर मजदूरों को उचित वेतन, लाभ, और सुरक्षा के बिना काम करवाने के आरोप लगते रहे हैं। अब सुलियरी कोल ब्लॉक से बधौरा पावर प्लांट में सड़क के जरिए कोयले का परिवहन का काम करने वाली वैराशिटी कोल ट्रांसपोर्टर पर श्रम कानून की अनदेखी करने के की चर्चा हैं।
आरोप है कि कोल ट्रांसपोर्टर मजदूरों और चालकों के अधिकारों का हनन कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वैराशिटी कोल ट्रांसपोर्टर वाहन चालकों से 12 से 14 घंटे तक काम करवाने के लिए मजबूर कर रही है। वही यदि वाहन चालक अपने अधिकारों के लिए कहीं शिकायत करते हैं तो उन्हें काम से निकाल दिया जाता है। ऐसे में वाहन चालक यह जानते हुए कि उनका शोषण हो रहा है मन मार कर काम करने को मजबूर है।
कम वेतन और खराब कार्य स्थितियां में काम करने को मजबूर
सूत्रों का दावा है कि वैराशिटी कोल ट्रांसपोर्टर
मजदूरों और वाहन चालकों को कम वेतन देखकर काम कराया जाता है। इतना ही नहीं कम वेतन में भी चालकों से 12 से 14 घंटे काम ले रहे हैं। वहीं उनके पास खराब कार्य स्थितियां होती हैं, जिसमें उचित सुरक्षा मानकों का अभाव होता है। सूत्रों का दावा है कि कोयला परिवहन में लगे मजदूरों के अधिकारों का करीब छः मास से उल्लंघन हो रहा है, मजदूरों को उचित वेतन, छुट्टी, या अन्य लाभ नहीं मिल रहा हैं।